वाराणसी की जनता ने दिया पार्षद को सबक, सीवर ओवरफ्लो था ताे जिम्मेदार को गंदे पानी में बांधा
लगभग एक दर्जन मोहल्लों में सीवर ओवरफ्लो हो रहा है और गलियों में बह रहा है। गंदे पानी से ही लोगों का गुजरना हो रहा है। इससे नाराज लोगों ने शुक्रवार को स्थानीय बलुआबीर के पार्षद तुफैल अंसारी को को उसी गंदे पानी में कुर्सी पर बैठाकर बंधक बना लिया।
वाराणसी, जेएनएन। पिछले कई महीनों से लगभग एक दर्जन मोहल्लों में सीवर ओवरफ्लो हो रहा है। सीवर ओवरफ्लो होकर गलियाेंं में बह रहा है। गंदे पानी से ही लोगों का इन दिनों गुजरना हो रहा है। इससे नाराज लोगों ने शुक्रवार को स्थानीय बलुआबीर के पार्षद तुफैल अंसारी को को उसी गंदे पानी में कुर्सी पर बैठाकर बंधक बना लिया। देखते ही देखते यह घटना सोशल मीडिया में भी वायरल हो गई। इससे संबंधित वीडियो भी लोगों ने जमकर शेयर करते हुए नगरीय व्यवस्था को कठघरे में खड़ा किया।
दरअसल पार्षद तुफैल अंसारी तो सुकून से तफरी कर रहे थे और जिनको घुटने भर गंदे पानी से रोज निकलना पड़ रहा था। उनका सब्र जवाब दे गया तो लोगों ने पार्षद को उसी गंदे पानी में कुर्सी से बांंधकर तस्वीरें खींचीं और उसे सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि गंदगी की वजह से नातेदार रिश्तेदार तक घर आना छोड़ चुके हैं। प्रशासन तो दूर स्थानीय पार्षद भी खुद का घर सुरक्षित रखकर दूसरों की परवाह करनााभूल चुके थे लिहाजा उनको उसी गंदे पानी में बंधक बनाना पड़ा।
स्थानीय लोगों का कहना था कि इलाके से शाही नाला गुजरा है। इस पर कुछ लोगों ने कब्जा कर पक्की दीवार बना दी है। इससे नाला बंद हो गया है जिससे सीवर का गंदा पानी गलियों में ओवरफ्लो कर रहा है। कमलगड़हा के पार्षद गुलशन अली व हाजी ओकास अंसारी ने बताया कि जलालीपुरा, बलुआबीर, जैतपुरा छह मुहानी, छोहरा, आरिफ की मस्जिद, कच्चिबाग, राजापुरा, औसानगंज, अंबिया मंडी, हनुमान फाटक सहित कई मोहल्लों की स्थिति बहुत नारकीय है। इलाके के पार्षद साथी इस भीषण समस्या को लगातार जलकल विभाग से कर रहे हैं।
वहीं पार्षद का कहना है कि नगर निगम में भी शिकायत की गई है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। समस्या को लेकर जनता का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। इससे स्थानीय पार्षदों को भी जनता की खरी-खोटी सुननी पड़ रही है। अब तो जनता ने उन्हें बंधक बनाना भी शुरू कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर निगम व जलकल विभाग की ओर से वर्ग विशेष के इलाकों को उपेक्षित रखा जा रहा है जिससे छोटी समस्याएं भी विकराल होती जा रही हैं।

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