Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    स्वर्वेद महामंदिर में संध्या को एक लाख दीपों की दैदीप्यमान पक्तियां एक साथ हुईं प्रज्वलित, तस्‍वीरों में देखें आयोजन...

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Thu, 27 Nov 2025 02:01 PM (IST)

    वाराणसी के स्वर्वेद महामंदिर धाम में संध्या के समय एक लाख दीप जलाए गए। इस अद्भुत दृश्य ने पूरे वातावरण को प्रकाशमय कर दिया। हजारों श्रद्धालु इस भव्य आयोजन में शामिल हुए। दीपों की रोशनी से मंदिर परिसर का सौंदर्य और भी बढ़ गया। 

    Hero Image

    सायंकाल समर्पण दीप अध्यात्म महोत्सव मनाया गया। इस दौरान एक लाख दीपों से धाम दपदप हो उठा।

    जागरण संवाददता, वाराणसी। स्वर्वेद मंदिर बुधवार को विहंगम योग संत समाज के 102वें वार्षिकोत्सव के दूसरे दिन बुधवार को सदाफल देव रचित स्वर्वेद तीर्थ हवन धूम से सुवासित हो उठा। स्वर्वेद मंत्र गूंजे और देश-विदेश से आए डेढ़ लाख श्रद्धालुओं ने 25,000 कुंडीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ में 200 टन वैदिक सामग्री से सर्वमंगल कामना की आहुति दी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    संपूर्ण कार्यक्रम स्थल लगभग 200 एकड़ भू-भाग में विस्तृत है। इसमें से 40 एकड़ भूमि पर 25,000 हवन कुंड बनाए गए हैं। सायंकाल समर्पण दीप अध्यात्म महोत्सव मनाया गया। इस दौरान एक लाख दीपों से धाम दपदप हो उठा...

    swarved2

    स्वर्वेद महामंदिर धाम में बुधवार की संध्या को एक लाख दीपों की दैदीप्यमान पक्तियां एक साथ हुईं प्रज्वलित तो लगा मानो दीपोत्‍सव का आयोजन धरती पर उतर आया हो। 

    swarved3

    स्वर्वेद महामंदिर धाम में संध्या को एक लाख दीपों की दैदीप्यमान पक्तियां एक साथ हुई प्रज्वलित और रोशनी से नहाया मंद‍िर कोसों दूर से भव्‍य नजर आया। 

    swarved4

    स्वर्वेद महामंदिर धाम में संध्या को एक लाख दीपों की दैदीप्यमान पक्तियां एक साथ प्रज्वलित हुईं और मंद‍िर की भव्‍यता को कैद करने के ल‍िए आस्‍थावानों की भी खूब जुटान हुई।

    swarved5

    स्वर्वेद महामंदिर में 25 हजार महायज्ञ हवन कुंड में सांकला देते भक्त व श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते संत प्रवर विज्ञान देव ने मंत्रोच्‍चार के जर‍िए माहौल को भक्‍ति‍मय बना द‍िया। 

     

    swarved6

    स्वर्वेद महामंदिर में 25 हजार महायज्ञ हवन कुंड में सांकला देते भक्त व श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते संत प्रवर विज्ञान देव को सुनने आए भक्‍त भी भावों से भरे नजर आए। हवन के बाद भक्‍तों की भीड़ ने शाम को दीपोत्‍सव के आयोजन में प्रत‍िभाग क‍िया तो आस्‍था का चरम नजर आया।