समय की मिठास समेटे केसरिया इमरती, गोपी ब्रदर्स की कुरकुरी इमरती के लोग बन गए हैं दीवाने
केसरिया इमरती का भरपूर स्वाद लेना हो तो शाम के समय कबीरचौरा स्थित गोपी ब्रदर्स की दुकान पर पहुंच जाइए।
वाराणसी, जेएनएन। सर्द भरे मौसम में गर्मागर्म रसभरी इमरती सभी को भाती है। दुकानों पर इमरती बनते देख लोग बिना लुत्फ उठाए आगे नहीं बढ़ते। केसरिया इमरती का भरपूर स्वाद लेना हो तो शाम के समय कबीरचौरा स्थित गोपी ब्रदर्स की दुकान पर पहुंच जाइए।
वर्तमान समय में ख्यात मिष्ठान्न विक्रेता गोपी ब्रदर्स के अधिष्ठाता सुनील कुमार व रवि जोतवानी बताते हैं कि सात-आठ दशक पहले उनके दादाजी रामामल जोतवानी ने इस दुकान को शुरू किया था। उनके बाद पिताजी गोपीचंद जोतवानी ने उनकी विरासत को संभालते हुए दुकान को और प्रसिद्धी दिलाई। लगभग पांच दशक पहले पिताजी ने ही इमरती बनाने की शुरूआत की। शुरू में तो कम ही लोग आते थे लेकिन जब गर्मागम व कुरमुरी इमरती का स्वाद लगा तो भीड़ भी बढऩे लगी। दोपहर दो बजे से रात आठ बजे तक गर्मागर्म इमरती खाने व परिवार के लिए पैक कराकर ले जाने वालों का अब तांता लगा रहता है।
रवि बताते हैं कि इमरती खासकर ठंड के मौसम में सिर्फ बनारस में ही मिलती है। इसे बनाने के लिए उड़द की दाल को एक दिन पहले पानी में भिगोकर छोड़ देते हैं। इसके बाद सील-बट्टे पर पीसा जाता है। इसके बाद तैयार पीठी में आरारोट और केसरिया रंग मिलाकर खूब फेंटा जाता है। जितना ज्यादा फेटेंगे, इमरती उतनी ही कुरमुरी होगी। इसके बाद धीमी आंच पर घी में इमरती का आकार देकर तलते हैं और फिर चीन की चासनी में डाला जाता है। यही गर्मागर्म इमरती की मिठास लोग पूरी शिद्दत के साथ लेते हैं।