Swami Adgadanand Ashram में नहीं होगा गुरुपूर्णिमा पर आयोजन, यथार्थ गीता के प्रणेता ने भक्तों को भेजा संदेश
कोरोना संकट को देखते हुए स्वामी अडग़ड़ानंद महराज द्वारा इस बार गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आश्रम में कोई आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया गया है।
मीरजापुर, जेएनएन। Swami Adgadanand Ashram कोरोना संकट को देखते हुए स्वामी अडग़ड़ानंद महराज द्वारा इस बार गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आश्रम में कोई आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया गया है। स्वामीजी ने अपने भक्तों को संदेश दिया है कि इस वर्ष अपने-अपने घरों में रहकर ही अपने गुरु की स्तुति करें। इसके साथ ही उन्होंने सभी से कोरोना संकट की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करने के लिए भी कहा है।
महाराज के इस इस निर्णय ने जहां कोरोना संक्रमण के प्रति उनकी संवेदनशीलता का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है वहीं इस निर्णय के बाद प्रशासन और पुलिस ने भी राहत की सांस ली है। स्वामी अडग़ड़ानंद महाराज इस समय मध्य प्रदेश के बरचर आश्रम में हैं। उन्होंने एक संदेश में अपने अनुयायियों से कहा कि सकारात्मक सोच के साथ खुद का और अपने परिवार का ध्यान रखें और समाज के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करें और सक्तेशगढ़ व बरचर आश्रम में न आएं। महाराज ने कहा कि देश भले ही अनलॉक हो रहा है, लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है। इसलिए अपने लाखों भक्तों को महामारी के संक्रमण से बचाने के लिए यह बड़ा निर्णय लिया है। उन्होंने इस वर्ष पांच जुलाई को 'गुरु पूर्णिमाÓ महापर्व पूर्व के वर्षों की भांति नहीं, बल्कि सादगी से मनाने की घोषणा की है। सद्गुरु महाराज शासन-प्रशासन के निर्देशानुसार बरचर आश्रम में ही सिर्फ संतों के बीच'गुरु पूर्णिमा की धार्मिक परंपराओं का निर्वहन करेंगे।
पहली बार नहीं आश्रम में नहीं उमड़ेगा जनसमुद्र
आश्रम परिवार और भक्तों के लिए यह पहली बार है कि इस अति पावन दिवस पर अपने गुरु भगवान की चरण वंदना और उनके दर्शन की मनोकामना पूरी नहीं होगी। यथार्थ गीता के प्रणेता अडग़ड़ानंद महाराज भक्तों सहित देश-विदेश में अपने विभिन्न परमहंस आश्रमों के संत महात्माओं को भी आदेशित किया है कि वे अपने आश्रम में भी उनके इस निर्णय का पालन करें और पुण्यदायी पूर्णिमा के पौराणिक परम्पराओं का पूरी सादगी से निर्वहन करें।
बरचर आश्रम में कर रहे अध्यात्मिक प्रवास
अडग़ड़ानंद महाराज वर्तमान में सक्तेशगढ़ आश्रम से बाहर मध्य प्रदेश के सीधी जिले के बरचर आश्रम में आध्यात्मिक प्रवास पर हैं। इससे पूर्व महराज आध्यत्मिक प्रवास पर पालघर आश्रम में थे। जहां से वे सीधे बरचर आश्रम पहुंचे हैं। बरचर आश्रम पर भी लोगों के आवाजाही पर प्रतिबंधित है। अडग़ड़ानंद महाराज कोरोना के दृष्टिगत शुरू से ही सरकार के दिशा-निर्देश के तहत लॉकडाउन के पालन करने के लिए कई बार अपने भक्तों एवं संत को आदेशित कर चुके हैं।
पुलिस प्रशासन ने ली राहत की सांस
इस संबंध में सीओ चुनार सुशील कुमार यादव व प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार मिश्रा ने बुधवार की सुबह सक्तेशगढ़ आश्रम परिसर जाकर आश्रम प्रशासन के नारदजी महाराज से इस संबंध में वार्ता की थी। वार्ता के पश्चात महाराज ने गुरू पूर्णिमा बेहद सादगी से मनाए जाने का निर्णय लिया। जिससे पुलिस अधिकारियों ने राहत की सांस ली है।