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    वाराणसी सब्‍जी मंडी में दीपावली पर आंध्रप्रदेश और ब‍िहार के सूरन की धूम, सेहत के लिए भी है फायदेमंद

    Updated: Fri, 12 Sep 2025 03:28 PM (IST)

    वाराणसी मंडी में दशहरे और दीपावली के अवसर पर सुरन की मांग बढ़ जाती है। दीपावली पर सुरन का सेवन अनिवार्य माना जाता है। व्यापारियों ने आंध्र प्रदेश और बिहार से सूरन का ऑर्डर दिया है। वर्तमान में बिहार के सुरन की मांग अधिक है। यह पोषक रसों के अवशोषण में मदद करता है।

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    सब्‍जी मंडी में दीपावली पर आंध्रप्रदेश और ब‍िहार के सूरन की धूम।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। सूरन की सब्जी स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी मानी जाती है, जिसकी मांग पूरे वर्ष बनी रहती है। विशेष रूप से दशहरा और दीपावली के अवसर पर इसकी खपत में वृद्धि होती है। दीपावली के माह भर पूर्व ही बाजार में सूरन की रौनक छाने लगी है। कारोबारी इसकी मांग कर आपूर्त‍ि में लगे हुए हैं।  

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    पुरानी मान्यताओं के अनुसार, दीपावली के दिन सुरन का सेवन अनिवार्य होता है। इस परिप्रेक्ष्य में मंडी के व्यापारियों ने बड़े पैमाने पर सुरन का ऑर्डर दिया है। मंडी के व्यापारी धनंजय मौर्य, भोला जायसवाल, रामाश्रय, मेहनाज और गुड्डू चौधरी ने बताया कि हर साल की तरह इस वर्ष भी पहाड़ी और देसी सूरन की उपलब्धता है।

    दीपावली के त्यौहार के मद्देनजर आंध्र प्रदेश और बिहार से सुरन का ऑर्डर दिया गया है। वर्तमान में बिहार के सूरन की मांग अधिक है, और मंडी में प्रतिदिन 10 पिकअप की खपत हो रही है, जो दीपावली तक बढ़ती जाएगी।

    मंडी में पहाड़ी सूरन का थोक मूल्य 40 से 45 रुपये प्रति किलो है, जबकि फुटकर में इसकी कीमत 55 से 60 रुपये प्रति किलो है। वहीं, पुत्तीदार देसी सूरन का थोक मूल्य 60 रुपये प्रति किलो और फुटकर मार्केट में 80 रुपये प्रति किलो है।

    स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है सूरन

    डीडीयू अस्पताल के वरिष्ठ सर्जन डाक्टर मेहीलाल पटेल ने बताया कि सुरन पेट दर्द, वायु गोला, अमावात, यकृत और प्लीहा के मरीजों के लिए अत्यंत लाभकारी है। इसके अलावा, यह कृमि, खांसी और श्वांस की समस्याओं वाले मरीजों के लिए भी उपयोगी है। सुरन पोषक रसों के अवशोषण में मदद करता है, जिससे शरीर में शक्ति उत्पन्न होती है। यह बेचैनी, अपच, गैस, खट्टी डकारें, हाथ-पैरों में दर्द और शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्तियों के लिए भी बहुत लाभदायी है।

    सूरन की सब्जी न केवल त्योहारों के दौरान बल्कि स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। मंडी में इसकी बढ़ती मांग और व्यापारियों की सक्रियता इस बात का संकेत है कि लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो रहे हैं और पारंपरिक खाद्य पदार्थों की ओर लौट रहे हैं। दीपावली के अवसर पर सूरन का सेवन न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। आंध्र प्रदेश और बिहार के सूरन ने मंडी की रौनक को बढ़ा दिया है, और यह त्योहारों के दौरान लोगों के लिए एक आवश्यक खाद्य सामग्री बन गई है।