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    उपमुख्यमंत्री ने दवा लिखने में मनमानी करने वाले डाक्टरों पर सख्त कार्रवाई के दिए निर्देश

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Wed, 29 Oct 2025 02:19 PM (IST)

    उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने वाराणसी में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में दवाइयों की कमी पर नाराजगी जताई। उन्होंने जन औषधि केंद्रों में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए और ब्रांडेड दवाएं लिखने वाले डॉक्टरों पर कार्रवाई की चेतावनी दी। 'जागरण' द्वारा उठाए गए मुद्दे पर उन्होंने सस्ती जेनरिक दवाओं के उपयोग को बढ़ावा देने की बात कही। अस्पतालों में नई सुविधाओं के लिए धन आवंटित किया गया है।

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    उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मंगलवार को सर्किट हाउस सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की थी।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मंगलवार को सर्किट हाउस सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की थी। इसमें उनका तेवर सख्त दिखा। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्रों में अब एक भी दवा की कमी नहीं होनी चाहिए।

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    मानक के अनुरूप 100 प्रतिशत दवाएं हमेशा उपलब्ध रहें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी को व्यवस्था सुनिश्चित न कराने को लेकर फटकार लगाई। कहा, ब्रांड नेम की या बाहरी दवाएं लिखने वाले डाक्टरों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए।

    दैनिक जागरण सरकारी अस्पतालों में दवाओं की मनमानी को लेकर समाचारीय अभियान चला रहा है। तीन दिनी अभियान के अंतर्गत 25 अक्टूबर के अंक में ‘आते हैं 800 मरीज, जन औषधि केंद्र पर सिर्फ 25 दवाएं’, ‘26 अक्टूबर को सरकारी अस्पतालों में दवा लिखने में गोलमाल, जन औषधि केंद्र बेहाल’ और 27 अक्टूबर ‘अस्पताल संचालकों ने नहीं की जन औषधि केंद्र से खरीदारी’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की।

    उपमुख्यमंत्री ने इसका संज्ञान लिया। समीक्षा बैठक में ‘जागरण’ द्वारा उठाए गए इस मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सस्ती जेनरिक दवाओं का उपयोग बढ़ाना ही मरीजों को राहत देगा। यदि कोई डाक्टर ऐसी गलती दोहराएगा तो उसके खिलाफ विभागीय जांच और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

    यह निर्देश वाराणसी मंडल के सभी जिलों के लिए लागू होगा, ताकि गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों पर दवाओं का आर्थिक बोझ कम हो। बैठक में लाल बहादुर शास्त्रीय चिकित्सालय के सीएमएस डा. जेसी द्विवेदी, पं. दीनदयाल उपाध्याय के सीएमएस डा. आरएस राम आदि मौजूद रहे।

    दीनदयाल अस्पताल में एमआरआइ मशीन, एलबीएस हास्पिटल में सीटी स्कैन

    पं. दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में एमआरआइ मशीन के लिए 25 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है। अब तक यह सुविधा न होने से मरीजों को बीएचयू और अन्य निजी केंद्रों पर निर्भर रहना पड़ता था। लालबहादुर शास्त्री चिकित्सालय रामनगर में 3.50 करोड़ रुपये की लागत से सीटी स्कैन मशीन लगाई जाएगी।

    दूसरी ओर महिला अस्पताल कबीरचौरा की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. नीना वर्मा ने एनेस्थेटिस्ट की मांग रखी। उपमुख्यमंत्री ने शीघ्र इसकी व्यवस्था का आश्वासन दिया। कहा, महिला स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए सभी आवश्यक स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया तेज की जाएगी। मंडलीय चिकित्सालय के एसआइसी ने एमआरआइ मशीन, डिजिटल एक्स-रे के साथ ही दो एंबुलेंस, जनरेटर सेट व अन्य आधुनिक उपकरण की मांग की। इसके अलावा पैथोलाजी, डेंटल विभाग, नेत्र विभाग, आर्थोपेडिक विभाग, ओटी आदि के लिए मशीन-उपकरण मांगे।

    आयुष्मान आरोग्य मंदिर भीटी रामनगर की आनलाइन व्यवस्था का लिया जायजा

    सर्किट हाउस में बैठकर उपमुख्यमंत्री ने भीटी रामनगर स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर की आनलाइन व्यवस्था का जायजा लिया। निर्देश दिया कि सभी आयुष्मान केंद्रों में 100 प्रतिशत सुविधाएं दुरुस्त रखी जाएं। टेली मेडिसिन, ई-संजीवनी और दवा वितरण की डिजिटल प्रक्रियाओं में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले मरीजों को नजदीकी केंद्रों पर ही बेहतर इलाज मिलना चाहिए ताकि उन्हें लंबी दूरी न तय करनी पड़े।