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    Delta Ranking : आकांक्षी जिलों की डेल्टा रैंकिंग में सोनभद्र देश में प्रथम, नीति आयोग ने जारी की सूची

    By Saurabh ChakravartyEdited By:
    Updated: Tue, 01 Sep 2020 10:51 PM (IST)

    आकांक्षी जनपदों की डेल्टा रैंकिंग में उत्तर प्रदेश के सर्वाधिक आदिवासी जनसंख्या वाले नक्सल प्रभावित जनपद सोनभद्र को पूरे देश में पहला स्थान मिला है ...और पढ़ें

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    Delta Ranking : आकांक्षी जिलों की डेल्टा रैंकिंग में सोनभद्र देश में प्रथम, नीति आयोग ने जारी की सूची

    सोनभद्र, जेएनएन। आकांक्षी जनपदों की डेल्टा रैंकिंग में उत्तर प्रदेश के सर्वाधिक आदिवासी जनसंख्या वाले नक्सल प्रभावित जनपद सोनभद्र को पूरे देश में पहला स्थान मिला है। नीति आयोग की तरफ से शनिवार की शाम जुलाई 2020 की स्थिति जारी की गई। इसमें 112 आकांक्षी जनपदों की डेल्टा रैंकिंग में सोनभद्र ने विभिन्न मानकों पर अच्छा प्रदर्शन करते हुए शीर्ष स्थान हासिल किया है। पड़ोसी जनपद चंदौली को डेल्टा रैंकिंग में 107वीं रैंक मिली है। इसके पहले जून महीने की डेल्टा रैङ्क्षकग में सोनभद्र को 79वीं रैंक मिली थी।

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    स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कौशल विकास, कृषि एवं जल संसाधन, वित्तीय समावेशन और बुनियादी अधोसंरचना विकास के क्षेत्र में बेहतर कार्य करते हुए जनपद ने अपने डेल्टा अंकों में 2.3 अंकों की वृद्धि की है। पूरे देश के 112 आकांक्षी जनपदों की जारी डेल्टा रैङ्क्षकग पर गौर करें तो जिले का कंपोजीट स्कोर 56.3 मिला है। यानी गत माह 54 के स्करे से 2.3 अंक की वृद्धि हुई है। जून महीने में 79वीं रैंक मिली थी। स्वास्थ्य एवं पोषण में 71.8 के स्कोर के साथ 5वीं रैंक, शिक्षा में 61.4 अंक के साथ 7वीं रैंक, कृषि एवं जल संसाधन में 16.4 अंक के साथ 35वीं रैंक, वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास में 43.6 अंक के साथ दूसरी रैंक और बुनियादी अधोसंरचना विकास के क्षेत्र में 79.2 अं के साथ 86वीं रैंक मिली है। उत्तर प्रदेश के अन्य आकांक्षी जनपदों की बात करें तो श्रावस्ती को 62, बहराइच को 63, फतेहपुर को 67, बलरामपुर को 85, चित्रकूट को 90, सिद्धार्थनगर को 100 व चंदौली को 107 वीं रैंक मिली है।

    कौशल विकास में सर्वाधिक सुधार

    डेल्टा रैंकिंग में जनपद को पूरे देशभर में पहला स्थान पाने के लिए वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास के क्षेत्र में तेज विकास को अहम कारण माना जा रहा है। वित्तीय समावेशन के तहत जहां बड़ी संख्या में लोगों मुद्रा लोन दिया गया है वहीं विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया गया है। दूसरी ओर कौशल विकास के तहत युवाओं को आठ ट्रेड में लघु व दीर्घ अवधि का प्रशिक्षण दिया गया। इससे 1500 युवाओं को विभिन्न कंपनियों में रोजगार प्राप्त हुआ।