आजमगढ़ से लाकर बुजुर्ग मां को बीएचयू में स्ट्रेचर पर छोड़कर भागा बेटा, गई जान
आजमगढ़ से एक व्यक्ति अपनी बुजुर्ग मां को बीएचयू अस्पताल में स्ट्रेचर पर लावारिस छोड़ कर भाग गया। इलाज के अभाव में महिला की मृत्यु हो गई। अस्पताल प्रशासन महिला के परिजनों की तलाश कर रहा है और पुलिस मामले की जांच में जुटी है। यह घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है।

पुष्पा चतुर्वेदी को उनका बड़ा बेटा आनंद चौबे दो दिन पूर्व बीएचयू के अस्पताल में स्ट्रेचर पर तड़पता छोड़कर भाग गया।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। मां का आंचल छोड़ने वाले बेटों की क्रूरता ने एक बार फिर समाज को झकझोर दिया है। आजमगढ़ के अतरौलिया थाने के बुढ़नपुर गांव की 70 वर्षीय पुष्पा चतुर्वेदी को उनका बड़ा बेटा आनंद चौबे दो दिन पूर्व बीएचयू के अस्पताल में स्ट्रेचर पर तड़पता छोड़कर भाग गया।
पुलिस के फोन करने पर आने का झूठा आश्वासन देकर भी 48 घंटे बीतने पर कोई सुराग नहीं रहा। छोटा बेटा विजय प्रकाश का भी अता-पता नहीं। तड़पती मां की हालत देख किसी ने 108 एंबुलेंस को काल कर जानकारी दी। इसके बाद ईएमटी अमित कुमार ने मंडलीय अस्पताल के वार्ड नंबर चार में भर्ती कर इलाज शुरू कराया, लेकिन उनकी मौत हो गई।
घटना की जानकारी मिलते ही सामाजिक कार्यकर्ता अमन कबीर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल कर दी। अमन कबीर ने बताया, परिवार की बेरुखी देखकर दिल दहल गया। शनिवार शाम तक यदि कोई नहीं पहुंचा तो अमन कबीर सेवा न्यास पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार करेगा। उन्होंने अपील की कि समाज बुजुर्गों को बोझ न समझे।
आजमगढ़ में पिछले 10 दिनों की तीसरी ऐसी अमानवीय घटना है। इससे पहले दो अन्य बुजुर्गों को परिजनों ने अस्पतालों में लावारिस छोड़ दिया था। जिला प्रशासन ने कहा कि ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई होगी। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. बृजेश कुमार ने बताया कि पारिवारिक संवाद टूटने और आर्थिक दबाव से बुजुर्ग उपेक्षा बढ़ रही है।

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