Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन में वाराणसी प्रदेश में अव्वल, देश के टाप 19 कलस्टर में भी बनाया स्थान

    श्याम प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन के तहत जिले के चोलापुर ब्लाक के धौरहरा कलस्टर में चिह्नित 12 गांवों में जीवन स्तर पर सुधार व मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने व विकास कार्यों को कुछ दिन पहले ग्रामीण विकास मंत्रालय ने चिट्ठी भेजकर सराहा था।

    By Saurabh ChakravartyEdited By: Updated: Fri, 19 Nov 2021 01:44 PM (IST)
    Hero Image
    श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन में वाराणसी प्रदेश में अव्वल

    वाराणसी, विकास ओझा। श्याम प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन के तहत जिले के चोलापुर ब्लाक के धौरहरा कलस्टर में चिह्नित 12 गांवों में जीवन स्तर पर सुधार व मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने व विकास कार्यों को कुछ दिन पहले ग्रामीण विकास मंत्रालय ने चिट्ठी भेजकर सराहा था। वहीं इस सप्ताह देशस्तर पर जारी रैकिंग में प्रदेश के 19 जिलों में से एक मात्र उत्तर प्रदेश के वाराणसी के धौरहरा कलस्टर को स्थान मिला है। प्रदेश में वाराणसी पहले स्थान रहने के साथ ही देश स्तर की रैंकिंग में टाप 19 कलस्टर में भी स्थान प्राप्त करने में सफल रहा। केरल देश में टाप पर रहा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    प्रधानमंत्री ने की थी योजना की शुरूआत

    प्रधानमंत्री ने इस मिशन की शुरूआत मार्च, 2018 में किया था। लक्ष्य दिया गया था कि एक कलस्टर बनाकर गांवों का समग्र विकास किया जाए। तीन वर्ष में कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य दिया गया था लेकिन कोविड की वजह से एक साल और बढ़ा दिया गया है। अब इस कार्य को मार्च, 2022 तय पूर्ण करने का लक्ष्य है।

    सीजीएफ व कन्वर्जन राशि से विकास का लक्ष्य

    कलस्टर में चयनित गांवों के लोगों के जीवन स्तर पर व्यापक सुधार के लिए इस योजना का शुरूआत की गई है। इसमें सीजीएफ यानी सेंट्रल ग्रांट फंड से तीस करोड़ व विभागीय कन्वर्जन राशि के 78.93 करोड़ की कार्ययोजना तैयार कर कुल 107 कार्य पूर्ण करने को चिह्नित हैं। वाराणसी अब तक सीजीएफ मद का 74 फीसद व कन्वर्जन का 72 फीसद धनराशि व्यय कर 77 कार्यों को पूरा करा लिया है। यही उपलब्धि प्रदेश में अव्वल बनाने की राह प्रशस्त किया।

    कलस्टर में चयनित 12 गांव

    इसकलस्टर में धौरहरा, बेला, गरथौली, उगापुर, अजांव, बरथराखुर्द, अजगरा, पियरी, श्रीकंठपुर, डुडुवा,भगवानपुर , पलकहां शामिल है।

    जीवन स्तर सुधार को महत्वपूर्ण कार्य

    परियोजना अधिकारी डीआरडीए उमेश मणि त्रिपाठी ने बताया कि कलस्टर के चयनित गांवों में जरूरतमंदों को ई- रिक्शा उपलब्ध कराया गया। इससे प्रतिदिन एक व्यक्ति 350 रुपये की आमदनी कर रहा है। 2.35 हेक्टेयर भूमि पर 15 किसान फूल की खेती कर प्रतिवर्ष पांच लाख प्राप्त कर रहे हैं। 40 लोगों की गठित सोसाइटी पराग डेरी को दूध उपलब्ध कराकर प्रतिमाह 22 हजार से अधिक इनकम कर रही है। पोल्ट्री फार्म से दर्जनों लोगों को रोजगार मिला।

    सामाजिक व मूलभूत से जुड़े कार्य

    छह गांवों में पेयजल परियोजना पूर्ण किया गया है। 1526 परिवार इसका उपयोग कर रहे हैं। नौ ग्राम पंचायत में सामुदायिक हाल का निर्माण हुआ है। ग्रामीण शादी ब्याह में इस्तेमाल कर रहे हैं। 438 स्ट्रीट लाइट, नौ हाईमास्ट, चार किलोमीटर से अधिक लंबा सीसी रोड का निर्माण आदि कार्य हुए हैं।

    योजना में शामिल प्रदेश के जिले

    लखनऊ, चित्रकुट, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, कुशीनगर, बागपत, प्रयागराज, बरेली, श्रावस्ती, सोनभद्र, आगरा, महोबा, बहराइच, मीरजापुर शामिल है।

    द्वितीय चरण का कार्य तय अवधि में पूरा करा लिया जाएगा

    ‘जिले के लिए बड़ी उपलब्धि है। इस कलस्टर के चयनित गांवों में द्वितीय चरण का कार्य तय अवधि में पूरा करा लिया जाएगा। सेवापुरी की तर्ज पर इन गांवों में समग्र विकास कार्य होगा। यह कलक्टर जिले का माडल होगा। ’

    कौशल राज शर्मा, जिलाधिकारी