Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Sawan: काशी विश्वनाथ धाम में सुबह से उमड़ा रेला, कांवड़ियों पर फूलों से वर्षा; एक दिन पहले 2 लाख ने किए दर्शन

    By Jagran NewsEdited By: Abhishek Pandey
    Updated: Mon, 10 Jul 2023 07:58 AM (IST)

    Sawan 2023 बाबा भोले को प्रिय सावन मास और उसमें भी सोमवार खास। इस विश्वास के साथ एक दिन पहले ही श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। बाबा का दर्शन-पूजन किया। कांवड़ियों के भावों से काशी केसरिया हुआ और हर हर महादेव के उद्घोष से पूरी नगरी को शिवमय कर दिया। रविवार रात तक 2.10 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा का दूध-जल से अभिषेक कर लिया।

    Hero Image
    काशी विश्वनाथ धाम में सुबह से उमड़ा रेला, कांवड़ियों पर फूलों से वर्षा

    जागरण संवाददाता, वाराणसी : बाबा भोले को प्रिय सावन मास और उसमें भी सोमवार खास। इस विश्वास के साथ एक दिन पहले ही श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। बाबा का दर्शन-पूजन किया।

    कांवड़ियों के भावों से काशी केसरिया हुआ और हर हर महादेव के उद्घोष से पूरी नगरी को शिवमय कर दिया। रविवार रात तक 2.10 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा का दूध-जल से अभिषेक कर लिया। इसके बाद भी कतार का पारावार न रहा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शाम को स्थिति यह कि तमाम लोग दर्शन के लिए आगे बढ़ते रहे तो दिवस विशेष पर बाबा को जलाभिषेक के लिए भी शिव भक्तों ने सड़क किनारे लगी बैरिकेडिंग में स्थान ले लिया। उसमें ही बैठे, जागते-सोते, सबको शिवमय करते प्रभु में ध्यान लगाया।

    चेहरे पर भाव ऐसे जैसे काशी के कण-कण अपने आराध्य देव को पाया। इस छोर से उस ओर सबको इंतजार कब हो भोर। मंगला आरती के बाद मंदिर के पट खुलें और जूड़ जाए बाबा से डोर।

    सावन का आरंभ तो चार जुलाई से ही हो गया, लेकिन मास का पहला सोमवार श्रद्धा की फुहार लेकर आया। सुबह से ही जो श्रद्धालु उमड़े तो गंगधार से लेकर बाबा के द्वार तक भक्तों की भीड़ से एकाकार हो गए।

    काशीपुर के अधिपति का जलाभिषेक करने के लिए भक्तों के मन में आस्था, श्रद्धा और उल्लास की लहरें उठती रहीं। सड़कें-गलियां बाबा के अभिषेक के लिए फल-फूल, धतूरा, बेल पत्र, वैजयंती माल आदि से महमह करती रहीं।

    मंदिर परिसर भी फूलों की सुवास से महमह कर उठा। इसे देखते हुए श्रीकाशी विश्वनाथ धाम व जिला प्रशासन की ओर से कतारबद्ध श्रद्धालुओं को 30 मिनट में गर्भगृह तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। दशाश्वमेध, मैदागिन व गोदौलिया से कतार के लिए बनाई गई बैरिकेडिंग हो या परिसर स्थित जिगजैग सभी जगहों पर रेड कारपेट बिछाई गई है।

    चारो द्वारों से रहेगा प्रवेश

    श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि चारों द्वारों से भक्तों को प्रवेश मिलेगा, जो जिस द्वार से जाएगा उसी से दर्शन कर बाहर आएगा। नो वेहिकल जोन बाबा द्वार जाने वाले रास्तों पर को नो वेहिकल जोन घोषित किया गया है।

    बाबा धाम तक बुजुर्ग श्रद्धालुओं को पहुंचाने के लिए मैदागिन और गोदौलिया से ई-रिक्शा व व्हीलचेयर की निश्शुल्क व्यवस्था की गई है। ये वस्तुएं न ले जाएं श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में सेलफोन, बैग आदि के साथ प्रवश प्रतिबंधित है। इन वस्तुओं को लेकर जाने से लौटना पड़ सकता है। धाम में पालीथिन, कैमरा, मोबाइल, माचिस, लाइटर, बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, खैनी, चाकू, ब्लेड, इलेक्ट्रानिक डिवाइस, कलम, रिमोट की और घड़ी प्रतिबंधित है।