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    संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय : पूरे देश में आचार्य की परीक्षा छह अप्रैल से, प्रश्नपत्र ले गए प्रधानाचार्य

    By Saurabh ChakravartyEdited By:
    Updated: Mon, 04 Apr 2022 08:45 PM (IST)

    संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में बल्कि देश के अन्य राज्यों में भी आचार्य प्रथम व तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा आगामी छह अप्रैल से शुरू हो रही है। इसके लिए बीते रविवार को महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों को प्रश्नपत्र सौंप दिया गया।

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    संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय की परीक्षा आगामी छह अप्रैल से शुरू हो रही है।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी : न केवल संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में बल्कि देश के अन्य राज्यों में भी आचार्य प्रथम व तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा आगामी छह अप्रैल से शुरू हो रही है। इसके लिए बीते रविवार को महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों को प्रश्नपत्र सौंप दिया गया।

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    उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के अलावा गुजरात, दिल्ली, महाराष्ट्र, पंजाब व बिहार सहित अन्य राज्यों के लगभग 1200 संस्कृत महाविद्यालय, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से संबद्ध हैं। विश्वविद्यालय सहित इन महाविद्यालयों में होने वाले परीक्षाओं के लिए प्रश्नपत्र की तैयारी व मुद्रण संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से किया जाता है। जिन महाविद्यालयों में आचार्य प्रथम व तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित होनी है, वहां के प्रधानाचार्य बीते रविवार को विश्वविद्यालय पहुंचे थे, जिन्हें सील बंद लिफाफे में प्रश्नपत्र सौंप दिया गया। परीक्षा के लिए निर्धारित समय सारणी के अनुसार आचार्य प्रथम व तृतीय सेमेस्टर के प्रथम पत्र की परीक्षा छह अप्रैल को होगी। द्वितीय, तृतीय व चतुर्थ पत्र की परीक्षा सात,आठ व नौ अप्रैल को होगी। प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा प्रथम पाली में सुबह आठ से 11 बजे जबकि तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा दोपहर दो से सायं पांच बजे तक होगी।

    संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय प्रशासन छह अप्रैल से होने वाली आचार्य प्रथम व तृतीय सेमेस्टर की परीक्षाएं शुचिता पूर्वक कराने के लिए कटिबद्ध है। इस क्रम में सभी केंद्रों को वायस रिकार्डरयुक्त सीसी कैमरे की निगरानी में परीक्षा कराने का निर्देश दिया गया है। साथ ही केंद्राध्यक्षों को चेतावनी दी गई है कि यदि किसी भी केंद्र पर कोई फर्जी परीक्षार्थी परीक्षा देते पकड़ा गया तो उसकी मान्यता रद कर जाएगी।

    इसके अलावा परीक्षा के नियमों की अनदेखी करने पर केंद्रों पर अर्थदंड भी लगाया जा सकता है। नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए परीक्षा नियंत्रक अर्चना जौहरी ने सूबे के सभी जिलाधिकारियों को पत्र भी लिखा है। पत्र के साथ केंद्रों की सूची में टाइम टेबल भी भेजा गया है। आचार्य प्रथम व तृतीय सेमेस्टर की परीक्षाएं महज चार दिनों में यानी नौ अप्रैल तक चलेंगी। पूरे देश में करीब नौ हजार परीक्षार्थियों के लिए 99 केंद्र बनाए गए हैं। इसमें वाराणसी में चार केंद्र शामिल है। सभी केंद्रों पर प्रश्नपत्र व सादी उत्तरपुस्तिकाएं सौंप दिया गया है। परीक्षा समाप्त होने के बाद लिखित उत्तर पुस्तिकाएं केंद्रों को स्वयं विश्वविद्यालय पहुंचाना होगा। इसके लिए केंद्रों को 11 व 12 अप्रैल की तिथि निर्धारित की गई है।

    परीक्षा नियंत्रक कक्ष स्थापित

    परीक्षा अवधि के दौरान किसी भी समस्या के समाधान के लिए विश्वविद्यालय ने परीक्षा विभाग एक परीक्षा नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है।