Sakat Chauth 2024: संकटों को दूर करने वाली संकष्टी चतुर्थी आज, बन रहा है ये खास योग; जानें पूजन विधि और शुभ मुहूर्त
Sakat Chauth 2024 सायंकाल गणेश जी का विधिवत पंचोपचार व षोडशोपचार पूजन कर नैवेद्य में काला तिल गुड़ लड्डू ऋतु फल आदि अर्पित करना चाहिए। उदय के समय चंद्रमा को अर्घ्य देकर उनका दर्शन-पूजन करना चाहिए। इससे भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं। समस्त विघ्न का विनाश व मनोकामना पूरी होती है। लोकमान्यता है कि माघ कृष्ण चौथ पर व्रत व पूजन से संतति दीर्घायु व सुख-सौभाग्य से परिपूर्ण होती है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। Sakat Chauth 2024: सनातन धर्म में माघ कृष्ण चतुर्थी तिथि पर भगवान गणेश का जन्मोत्सव मनाया जाता है। तिथि विशेष पर संकष्टी श्रीगणेश चतुर्थी व्रत व गौरी चतुर्थी व्रत दोनों करने का शास्त्रीय विधान है। इस बार संकष्टी गणेश चतुर्थी व गौरी चतुर्थी व्रत 29 जनवरी को किया जाएगा।
माघ कृष्ण चतुर्थी तिथि 29 की भोर 3.55 बजे लग गई जो 30 की सुबह 6.05 तक रहेगी। इस बार संकष्टी गणेश चतुर्थी पर यायीजय योग का खास संयोग बन रहा है। चंद्रोदय रात 8.48 बजे होगा।
ज्योतिषाचार्य पं. ऋषि द्विवेदी के अनुसार संकष्टी श्रीगणेश चतुर्थी का व्रत रात्रि व्यापिनी चतुर्थी व गौरी चतुर्थी व्रत में प्रदोष व्यापिनी चतुर्थी ली जाती है। तिथि विशेष पर प्रात: स्नानादि से निवृत्त हो संकल्प लेकर व्रत करना चाहिए।
सायंकाल गणेश जी का विधिवत पंचोपचार व षोडशोपचार पूजन कर नैवेद्य में काला तिल, गुड़, लड्डू, ऋतु फल आदि अर्पित करना चाहिए। उदय के समय चंद्रमा को अर्घ्य देकर उनका दर्शन-पूजन करना चाहिए। इससे भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं। समस्त विघ्न का विनाश व मनोकामना पूरी होती है। लोकमान्यता है कि माघ कृष्ण चौथ पर व्रत व पूजन से संतति दीर्घायु व सुख-सौभाग्य से परिपूर्ण होती है।
श्रीनारदीय पुराण में वर्णित महर्षि व्यास के कथनानुसार महाभारत काल में सर्व प्रथम इस व्रत को द्रौपदी सहित पांडवों ने किया था। इसके प्रताप से पांडवों को राज्याधिकार मिला और दीर्घायु रहे।
बड़ा गणेश मंदिर में होंगे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
गणेश चतुर्थी पर्व पर सोमवार को सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करने के लिए पुलिस ने पुख्ता इंतजाम किया है। डीसीपी आरएस गौतम ने कहा कि गणेश चतुर्थी पर 50 हजार से ज्यादा की भीड़ होगी। इसके लिए एसपीपी कोतवाली अमित पांडेय के नेतृत्व में चार इंस्पेक्टर, 50 दारोगा और 150 सिपाहियों की ड्यूटी लगाई गई है।
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