इंटरनेट मीडिया बना सहारा, 25 साल बाद परिवार से मिले वाराणसी के अस्सी साल का बुजुर्ग
पचीस वर्ष पहले घर से भटक कर राजस्थान पहुंचे 80 वर्षीय बुजुर्ग को इंटरनेट मीडिया ने परिवारीजनों से मिला दिया। वायरल फोटो वीडियो व बातचीत के बाद पहुंचे परिजन उन्हें लेकर घर भी आ गए। मानसिक रूप से अस्वस्थहिरामनपुर निवासी बृजेश रमण (80) अपने घर से भटक गए।

वाराणसी, जेएनएन। पचीस वर्ष पहले घर से भटक कर राजस्थान पहुंचे 80 वर्षीय बुजुर्ग को इंटरनेट मीडिया ने परिवारीजनों से मिला दिया। वायरल फोटो, वीडियो व बातचीत के बाद पहुंचे परिजन उन्हें लेकर घर भी आ गए।
बताते हैं कि मानसिक रूप से अस्वस्थ फूलपुर के बढ़ौना हिरामनपुर निवासी बृजेश रमण श्रीवास्तव (80) अपने घर से भटक गए।
किसी तरह राजस्थान के भीलवाड़ा पहुच गए। पूर्व पैर में इंफेक्शन होने पर अज्ञात मरीज के रूप में दो दिन एमजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां के चिकित्सक व स्टाफ ने उनकी देखभाल की। आराम मिलने पर वहां के स्टाफ ने उनसे जानकारी ली। फोटो व वीडियो संग पता को इंटरनेट मीडिया पर वायरल किया। इंटरनेट मीडिया पर फोटो व पता देख फूलपुर थाने पर तैनात दरोगा अरुण सिंह उनके घर बढ़ौना पहुचे। परिवार के लोगों को दिखाया और फिर बात कराई। उनके भाई योगेश रमण, बृजेश के पुत्र मनोज, भतीजे धीरज महात्मा गांधी अस्पताल भीलवाड़ा पहुचे और कार से उन्हेंं लेकर रविवार को अलसुबह घर आए।
बताते हैं कि बृजेश रमण श्रीवास्तव 25 साल पहले मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण किसी तरह राजस्थान पहुंच गए और इधर उधर टहल कर किसी तरह अपना जीवन यापन कर रहे थे। आज परिवार से मिलने के बाद बृजेश जितने खुश थे उतना ही खुश उनका परिवार भी था। परिवार के लोग एमजी अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मचारी घनश्याम शर्मा व क्षेत्रीय दरोगा अरुण सिंह को धन्यवाद दिया जिसके कारण भटके बुजुर्ग अपने परिवार से मिल पाए।
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