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अहमदाबाद से 13 सौ किलोमीटर की पैदल यात्रा कर वाराणसी पहुंचे श्वेताम्बर जैन समाज के साधु

हर्ष -हर्ष और जय-जय उद्घोष के बीच श्वेताम्बर जैन समाज के तीन साधु अपने 65 साधु व साध्वियों संग शुक्रवार को यहां भेलूपुर स्थित आईपी विजया के पास पहुंचे। वे अहमदाबाद से कोलकाता की दो हजार किमी की पैदल यात्रा के क्रम में यहां पहुंचे थे।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 27 May 2022 09:04 PM (IST)Updated: Fri, 27 May 2022 09:04 PM (IST)
अहमदाबाद से 13 सौ किलोमीटर की पैदल यात्रा कर वाराणसी पहुंचे श्वेताम्बर जैन समाज के साधु
भेलूपुर स्थित जैन श्वेतांबर मंदिर में अपने गुरू के चरणों में वंदन करते ।

वाराणसी, जागरण संवाददाता : हर्ष -हर्ष और जय-जय उद्घोष के बीच श्वेताम्बर जैन समाज के तीन साधु अपने 65 साधु व साध्वियों संग शुक्रवार को यहां भेलूपुर स्थित आईपी विजया के पास पहुंचे। वे अहमदाबाद से कोलकाता की दो हजार किमी की पैदल यात्रा के क्रम में यहां पहुंचे थे। इनमें 20 साधु व 45 साध्वियां शामिल हैं। काशी के श्वेताम्बर जैन मतावलंबी उन्हें बड़े ही उत्साह व श्रद्धा से भेलूपुर जैन श्वेताम्बर मंदिर ले गए। जैन श्वेताम्बर मंदिर के सुशील जैन के अनुसार अभी तक जैन साधु व साध्वियों ने 13 हजार किमी की पैदल यात्रा पूरी कर ली है। वे अदलहाट के रास्ते के रास्ते काशी की सीमा में प्रविष्ट हुए। दो दिवसीय काशी प्रवास के पश्चात शेष सात सौ किमी की कोलकाता के लिए इनकी पैदल यात्रा रविवार की सुबह आरंभ होगी। जैन सूत्रों के अनुसार फरवरी के दूसरे सप्ताह से अहमदाबाद से शुरू हुई यह पैदल यात्रा नौ जुलाई को कोलकाता पहुंचेगी। वहीं पर जैन मुनि अपने संघ के साथ चातुर्मास करेंगे।

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श्वेताम्बर जैन मुनि विजय मुक्ति प्रभ सूरीश्वर, विजय अक्षय भद्र सूरीश्वर और विजय पुण्य प्रभु सूरीश्वर के संग जब पदयात्रा आईपी विजया के पास पहुंची तो लोगों बड़ी ही श्रद्धा से सभी संतों पर फूलों की वर्षा की। श्वेताम्बर जैन मंदिर तक की लगभग पांच सौ मीटर की दूरी का पथ उनके स्वागत की पुष्प वर्षा से खुशनुमा हो गया। प्रातःकालीन बेला में पार्श्वनाथ का जयकारा गुंजायमान हो गया। जैन मंदिर पहुंचने पर श्रद्धालुओं ने जैन- मुनियों समेत साधु-साध्वियों का पाद प्रक्षालन कर उनका पूजन किया। इस अवसर पर अपने उद्बोधन में जैन मुनि विजय मुक्ति प्रभ सूरीश्वर ने कहा कि परमात्मा भक्ति से ही जीवन में शांति , मरण में समाधि व परभव में सदगति प्राप्त होती है। परमात्मा ही जीवन रूपी गाड़ी का ड्राइवर है। इस अवसर पर प्रमुख रूप से जैन श्वेताम्बर तीर्थ सोसाइटी के प्रधानमंत्री सुशील कुमार, सुभाष चन्द्र, अनिल चन्द्र, प्रदीप कोठारी,राहुल कुमार,आदेश भाई उपस्थित थे।


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