बैकुंठ चतुर्दशी पर काशी विश्वनाथ धाम परिसर में श्री बैकुंठेश्वर महादेव विग्रह का रुद्राभिषेक
बैकुंठ चतुर्दशी के शुभ अवसर पर काशी विश्वनाथ धाम परिसर में श्री बैकुंठेश्वर महादेव के विग्रह का रुद्राभिषेक किया गया। इस विशेष आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और भगवान शिव की भक्ति में लीन रहे। रुद्राभिषेक का इस दिन विशेष महत्व माना जाता है।

तुलसी अर्चन एवं बैकुंठेश्वर महादेव का पूजन विधिपूर्वक किया गया।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। बैकुंठ चतुर्दशी के पावन अवसर पर श्री काशी विश्वनाथ धाम परिसर में स्थित श्री बैकुंठेश्वर महादेव विग्रह में भगवान श्री विश्वेश्वर जी के सान्निध्य में वैदिक विधि से रुद्राभिषेक अनुष्ठान सम्पन्न हुआ। इसके पश्चात “विष्णु सहस्रनाम” का पाठ किया गया, जिसमें तुलसी अर्चन एवं बैकुंठेश्वर महादेव का पूजन विधिपूर्वक किया गया।
इस विशेष अवसर पर काशी स्थित बारह ज्योतिर्लिंगों, नौ शक्तिपीठों, माता श्री विशालाक्षी मंदिर तथा महामृत्युंजय मंदिर से शास्त्रोक्त विधि द्वारा जल लाकर भगवान श्री विश्वेश्वर का जलाभिषेक भी किया गया। धाम परिसर में बैकुंठ चतुर्दशी के अवसर पर सुंदरकाण्ड पाठ का आयोजन श्रद्धा एवं भक्ति भाव से किया गया। सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी के कुलपति एवं श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के पदेन सदस्य प्रो. बिहारी लाल शर्मा इस अवसर पर उपस्थित रहे और सभी अनुष्ठानों में भाग लिया।
कुलपति ने बताया कि संपूर्णानंद विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद् (NAAC) के तृतीय चक्र में 3.09 सीजीपीए (CGPA) के साथ ‘A+’ ग्रेड प्राप्त हुआ है। परिषद् ने विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता, अनुशासन, प्रशासनिक दक्षता तथा पारदर्शी कार्यसंस्कृति की उच्च सराहना की है। यह गौरवपूर्ण उपलब्धि विश्वविद्यालय की अकादमिक उत्कृष्टता, अनुसंधानपरक दृष्टिकोण, प्रशासनिक पारदर्शिता तथा भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण एवं संवर्धन के प्रति उसके अटूट समर्पण का प्रतिफल है।
प्रो. बिहारी लाल शर्मा सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति होने के साथ ही श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के पदेन सदस्य भी हैं। मंगलवार को कुलपति ने विश्वविद्यालय के कुलसचिव के साथ विश्वविद्यालय की इस महत्त्वपूर्ण उपलब्धि के उपलक्ष्य में धाम स्थित श्री अविमुक्तेश्वर महादेव मंदिर में वैदिक रीति से रुद्राभिषेक पूजन सम्पन्न किया। न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने कुलपति को इस उपलब्धि पर शुभकामनाएँ दीं और उन्हें यजमान के दायित्व निर्वाह हेतु आमंत्रित किया, जिसे कुलपति महोदय ने सहर्ष स्वीकार किया।
संपूर्ण आयोजन प्रातः 11 बजे से प्रारंभ होकर अपराह्न 2.45 बजे तक सम्पन्न हुआ, जिसमें प्रो. बिहारी लाल शर्मा, कुलपति संपूर्णानंद विश्वविद्यालय, कुलसचिव आर के शुक्ल आई ए एस, न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण, डिप्टी कलेक्टर शंभू शरण सहित बड़ी संख्या में न्यास के कार्मिकों, सम्मानित अर्चक गण एवं श्रद्धालुजन सम्मिलित हुए।

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