पोषण पुनर्वास केंद्र फुल, अब एक बेड पर भर्ती होंगे दो बच्चे
दस शैय्या पोषण पुनर्वास केंद्र फुल

पोषण पुनर्वास केंद्र फुल, अब एक बेड पर भर्ती होंगे दो बच्चे
- जनवरी से अब तक 300 बच्चे हो चुके हैं कुपोषित
-मरीज के साथ एक तीमारदार को भी भोजन की व्यवस्था
जागरण संवाददाता, वाराणसी : पं. दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय में बना दस शैया का पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) फुल हो गया है। अतिकुपोषित की संख्या अधिक होने से एक ही बेड पर दो बच्चों को रखने की व्यवस्था बनाई जा रही है। जनवरी से अब तक 300 बच्चे कुपोषित मिले हैं। प्रतिदिन दस से 15 कुपोषित बच्चे उपचार के लिए लाए जा रहे हैं। कुपोषित बच्चों को दवा दी जाती है, जबकि अतिकुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराया जाता है।
उम्र के हिसाब से लंबाई और वजन कम होने पर कुपोषित मानकर बच्चे को एनआरसी में 14 दिनों के लिए भर्ती किया जाता है। इस दौरान बच्चे का वजन बढ़ाने के लिए पौष्टिक आहार दूध, अंडा, केला, दलिया एवं खीर आदि दिया जाता है। नियमानुसार वजन बढ़ने पर उसे डिस्चार्ज किया जाता है। बच्चे की माता को कम खर्च में दिए जाने वाले पौष्टिक आहार की जानकारी भी दी जाती है। बच्चे के डिस्चार्ज होने के बाद उसका प्रत्येक 15 दिन बाद तीन बार फालोअप भी किया जाता है। आवश्यकता पड़ने पर बच्चे को एक बार फिर केंद्र में भर्ती किया जाता है। बच्चे के एक तीमारदार को नाश्ता और खाने के अलावा 50 रुपये प्रतिदिन की दर से भुगतान भी किया जाता है। एनआरसी के मेडिकल आफिसर सौरभ सिंह बताते हैं कि एनआरसी में बच्चों के लिए सभी चीजों, खेल-खिलौनों की व्यवस्था की गई है। बेबी वाकर व गाड़ी लाई गई, ताकि बच्चे को कोई परेशानी न हो। वे स्वस्थ होकर घर लौटें।
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