दिल्ली, मुंबई, कोलकाता व हैदराबाद के बाद अब वाराणसी एयरपोर्ट पर रिमोट ऑपरेटेड सुरक्षा
वाराणसी के बाबतपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सुरक्षा के लिए सीआइएसएफ के बीडीडीएस दस्ते को आरओवी (रिमोट ऑपरेटेड व्हीकल) मशीन दी गई है।
वाराणसी (जेएनएन)। बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत करने के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने सीआइएसएफ के बीडीडीएस दस्ते को आरओवी (रिमोट ऑपरेटेड व्हीकल) मशीन दी है। इस मशीन की कीमत करीब एक करोड़ 60 लाख रुपये है। यह मशीन दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, कोलकाता एयरपोर्ट पर पहले से है। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने की कवायद की गई है।
अधिकारियों ने बताया कि आरओवी मशीन सुरक्षा की दृष्टि से बेहद कारगर है। एयरपोर्ट के संवेदनशील स्थानों पर लावारिस मिलने वाली संदिग्ध वस्तुओं को तत्काल हटाया जा सकेगा। गुरुवार को निदेशक एके राय, डिप्टी कमांडेंट सुब्रत झा के अलावा एयरपोर्ट व एयरलाइंस के अधिकारियों की मौजूदगी में मुख्य टर्मिनल भवन में इसकी कार्यक्षमता परखी गई। इस दौरान मशीन में कोई कमी नहीं मिली। मालूम हो कि एयरपोर्ट पर अभी तक लावारिस बैग या अन्य संदिग्ध वस्तुओं को हटाने के लिए बीटीसीवी (बम थ्रेट कंटेनमेंट वेसल) का प्रयोग किया जाता रहा है जिसमें बम को उठाकर रखना पड़ता था। उसमें बम रखने के उसे बाहरी स्थान तक पहुंचाया जाता था। नई तकनीक से बनी इस मशीन से दस किलो वजन तक के संदिग्ध सामान व बैग को रिमोट के सहारे उठाकर बाहरी स्थान पर ले जाया जा सकता है। इस मशीन को सीआइएसएफ के बीडीडीएस (बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वॉयड) जवान आपरेट करेंगे।
पांच सौ मीटर दूर से आपरेटिंग
अधिकारियों ने बताया कि मशीन की खासियत है कि पांच सौ मीटर दूर से भी रिमोट के सहारे चलाया जा सकता है। इसमें एचडी कैमरे, सेंसर और माइक आदि लगे हैं। मशीन आपरेटर संदिग्ध वस्तुओं का स्कैन करने के अलावा दूर बैठे वहां की हलचल भी सुन सकता है। बैग में कोई विस्फोट है या नहीं वह भी स्कैनिंग कैमरे की मदद से मालूम हो जाएगा।
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