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    IIT BHU में क्वालिटी कांसेप्ट पर मंथन, गुणवत्ता सुधार को जन-जन तक पहुंचाने की जरूरत पर बल

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    Updated: Sat, 28 Dec 2019 10:21 AM (IST)

    आइआइटी बीएचयू में क्वालिटी कांसेप्ट पर चार दिवसीय 33वें राष्ट्रीय सम्मेलन का शुक्रवार को शुभारंभ हुआ। ...और पढ़ें

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    IIT BHU में क्वालिटी कांसेप्ट पर मंथन, गुणवत्ता सुधार को जन-जन तक पहुंचाने की जरूरत पर बल

    वाराणसी, जेएनएन। आइआइटी, बीएचयू में क्वालिटी कांसेप्ट पर चार दिवसीय 33वें राष्ट्रीय सम्मेलन का शुक्रवार को शुभारंभ हुआ। इसमें भारत की सांस्कृतिक मूल्यों के आधार पर कंपनियों, हास्पिटल व शैक्षणिक संस्थानों के कर्मचारियों की स्किल बढ़ाने पर कार्य हो रहा है। इसमें देश की कई नामी गिरामी संस्थाओं ने गुणवत्ता सुधार को लेकर अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम में लगभग 10 हजार व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल शामिल हुए। आइआइटी, बीएचयू में इसका आयोजन क्वालिटी सर्किल फोरम आफ इंडिया (क्यूसीएफआइ) के वाराणसी चैप्टर द्वारा किया जा रहा है।

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    कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर आइआइटी, बीएचयू के निदेशक प्रो. पीके जैन ने कहा कि क्वालिटी की विभिन्न अवधारणाओं को जन-जन तक पहुंचाने की आवश्यकता है, इससे हम भारत को विकासशील से विकसित बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि मालवीय मूल्य के मुताबिक देश को अत्याधुनिक बनाने के लिए आइआइटी, बीएचयू क्यूसीएफआइ से सहयोग करके गुणवत्ता सुधार को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास करेगा। विकसित देशों में इस अवधारणा पर अच्छा काम किया जा रहा है। अत: जरूरत है कि हम अपने कुछ प्रतिष्ठानों में इसे लागू करने का प्रयास करें। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के तौर पर आए मंडल रेल प्रबंधक वीके पंजियार ने कहा इसी गुणवत्ता सुधार को लागू कर मंडुआडीह स्टेशन को 5एस स्टेशन बनाने में हम कामयाब हुए। आगे भी अपने रेलवे मंडल में गुणवत्ता की इस अवधारणा को लागू करेंगे।

    समारोह में आए हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए क्यूसीएफआइ वाराणसी चैप्टर के चेयमैन डा. अशोक राय ने कहा कि इसे पूर्वाचल के हर स्तर के लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। वहीं अध्यक्षीय संबोंधन क्यूसीएफआइ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एसजे खलोके व रूपरेखा वीके श्रीवास्तव ने दिया। संचालन विजयकृष्ण, सुरेश मदुरई, प्रतीक्षा एवं धन्यवाद ज्ञापन समन्वयक प्रदीप श्रीवास्तव दिया। इस दौरान वाराणसी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीवी सिंह, अरूणमय चक्रवर्ती, डा अशोक पांडेय, अमिताभ, अरूणा सिंह व एच खान सहित आइआइटी के समस्त प्रोफेसर उपस्थित थे।

    गुणवत्ता महाकुंभ में क्या रहा खास-

    -बिजनेस प्रतिनिधियों ने प्रजेंटेशन देकर गुणवत्ता सुधार को लागू करने के तरीके बताए।

    -17 बिजनेस प्रतिष्ठानों को जूसे (यूनियन आफ जापानीज सांइटिस्ट एंड इंजीनियरर्स) अवार्ड से सम्मानित किया गया।

    -मंडुआडीह रेलवे स्टेशन पर उच्च दर्जे की गुणवत्ता सुधार को लागू करने पर मंडल रेल प्रबंधक को क्वालिटी लीडरशीप पुरस्कार दिया गया। इसे अपर रेल मंडल प्रबंधक प्रवीण कुमार ने ग्रहण किया।

    -स्वतंत्रता भवन के प्रांगण में हिंडाल्को पावर प्रोजेक्ट, टाटा व महिंद्रा सहित देश भर के लगभग 200 व्यावसायिक प्रतिष्ठानों ने अपने गुणवत्ता सुधार के मॉडल प्रस्तुत किए।

    -गुणवत्ता के मानकों को जांचने के लिए कार्यक्रम में आए हुए प्रतिनिधियों का ओएमआर शीट पर टेस्ट भी लिया गया।

    -स्मिथ स्कूल के बच्चों ने स्वतंत्रता भवन से आइआइटी ग्राउंड तक मार्च पास्ट किया।

    -कार्यक्रम के शुभारंभ पर रामजनम योगी ने पांच मिनट तक अनवरत शंख ध्वनि किया।