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    माफियावाद का पर्याय नहीं अब विकासवाद की नई परिभाषा लिखेगा पूर्वांचल, बजट में रखा गया विशेष ध्यान

    Updated: Tue, 06 Feb 2024 03:59 PM (IST)

    पूर्वांचल का परिदृश्य संवर रहा है। इस संवरने की उड़ान को राज्य बजट और ऊंचाई देने वाला है। माफियावाद का पर्याय अब विकासवाद की नई परिभाषा गढ़ रहा है। वित्तीय अनुशासन से पोषित और लोकलुभावनवाद से विरत यह बजट पूर्वांचल में संरचनात्मक नींव को मजबूत करता हुआ दिख रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की गति-शक्ति यहां इसके साथ ही विकसित हो रहे इंडस्ट्रियल कारिडोर विकास की यात्रा के अवयव होंगे।

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    पूर्वांचल लिखेगा प्रदेश की प्रगति की कहानी, पर्यटन-चिकित्सा समेत कई योजनाओं के लिए योगी सरकार ने खोला पिटारा

    भारतीय बसंत कुमार, वाराणसी। पूर्वांचल का परिदृश्य संवर रहा है। इस संवरने की उड़ान को राज्य बजट और ऊंचाई देने वाला है। माफियावाद का पर्याय अब विकासवाद की नई परिभाषा गढ़ रहा है। वित्तीय अनुशासन से पोषित और लोकलुभावनवाद से विरत यह बजट पूर्वांचल में संरचनात्मक नींव को मजबूत करता हुआ दिख रहा है।

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    पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की गति-शक्ति, यहां इसके साथ ही विकसित हो रहे इंडस्ट्रियल कारिडोर, आजमगढ़ और सोनभद्र में नए एयरपोर्ट, विंध्यधाम का दिव्य-भव्य रूप में विकसित होना, विकास की इस यात्रा के अवयव होंगे।

    यूपी बजट में ऐसी सोच के साथ ही पूरे प्रदेश संग पूर्वांचल के विकास का खास ध्यान रखा गया है। शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में पूर्वांचल का केंद्र बिंदु काशी बिहार, मध्य प्रदेश और झारखंड के पड़ोसी जिलों की जरूरतों को भी साधता है।

    पर्यटन के लिए मुख्मंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना

    पर्यटन यहां प्राण है। ‘मुख्यमंत्री पर्यटन विकास सहभागिता योजना‘ के तहत पूर्वांचल में पर्यटन गांव की माटी का स्पर्श कर अपनी थाती पर इतराएगा। बनारस में अब तक कोई राजकीय मेडिकल कालेज नहीं था। बड़ा भार बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान संस्थान पर है। यहां पड़ोसी राज्यों से काफी संख्या में मरीज इलाज के लिए आते हैं। मेडिकल कालेज स्वस्थ समाज के संकल्प को ताजा सांसों से भर देगा।

    पूर्वांचल विकास निधि में समग्र विकास के लिए 575 करोड़ का प्रविधान कर योगी सरकार ने सुविधा दी है। वाराणसी में नेशनल इंस्टीट्यूट आफ फैशन टेक्नोलाजी (निफ्ट) व राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कालेज जबकि भदोही में पशु चिकित्सा महाविद्यालय संचालित होने की जमीन भी इस बजट से तैयार हुई है। हालांकि, कुछ पुरानी घोषणाओं को बजट के साथ जोड़ लिया गया है। इससे सतत विकास की प्रक्रिया बाधित नहीं होगी।

    किसानों को मिलेगी संजीवनी

    किसानी पूर्वांचल की नीयत भी है और नियति भी। कई राहत की घोषणाएं करते हुए डार्क जोन में नए निजी नलकूप कनेक्शन देने पर लगे प्रतिबंध को हटाने की बात दोहराई गई। इससे यहां के किसानों को भी संजीवनी मिलेगी।

    अयोध्या की तरह वाराणसी का माडल सोलर सिटी के रूप में विकसित होना, यहां रोप-वे सेवा के लिए बजट उपबंध शहरी विकास की धार को तेजी देगा। मीरजापुर में विंध्याचल स्थित त्रिकोणीय क्षेत्र में मां विंध्यवासिनी मंदिर, मां अष्टभुजा मंदिर, मां काली खोह मंदिर को जोड़ने वाले त्रिकोण संरेखण में आने वाले परिक्रमा मार्गों एवं जनसुविधाओं के उन्नयन से दुनिया भर से यहां आने वाले भक्तों को सुखद अहसास मिलेगा।

    आजमगढ़ के हरिहरपुर में संगीत महाविद्यालय, माटी कला के लिए धन के प्रबंध के साथ ही बुनकरों के उत्थान के लिए अटल बिहारी वाजपेयी पावरलूम विद्युत फ्लैट रेट योजना समावेशी विकास की राह दिखाएगा।

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