वाराणसी में बूथ दिवस पर 2.43 लाख बच्चों को पिलाई पोलियो की खुराक, अब घर-घर जाकर दी जाएगी दवा
बूथ दिवस पर रविवार को 2.43 लाख बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई है। यह दवा सुरक्षित और असरदार है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (डीआईओ) डा. निकुंज कुमार वर्मा ने भेलूपुर स्थित एसवीएम राजकीय चिकित्सालय से पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ करते हुए कहीं ।

जागरण संवाददाता, वाराणसी : बूथ दिवस पर रविवार को 2.43 लाख बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई है। यह दवा सुरक्षित और असरदार है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (डीआईओ) डा. निकुंज कुमार वर्मा ने भेलूपुर स्थित एसवीएम राजकीय चिकित्सालय से पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ करते हुए कहीं ।
19 से 23 सितंबर तक घर-घर जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम पोलियो की दवा पिलाएंगी । जिले में रविवार को आयोजित बूथ दिवस पर 1808 बूथों पर 2,43,711 बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गई। इस दौरान कई विभाग का सहयोग लिया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने बताया कि जनपद के समस्त ग्रामीण व शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर बूथ दिवस पर बच्चों को पोलियो की खुराख पिलाई गईं। पोलियो का टीका नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में भी शामिल है । पल्स पोलियो का ड्रॉप जन्म के समय ही दिया जाता है। इसके अलावा छह, दस और चौदह सप्ताह पर भी यह ड्रॉप पिलाया जाता है। इसकी बूस्टर खुराक सोलह से चौबीस महीने की आयु में भी दी जाती है।
इस अवसर पर चिकित्साधीक्षक डॉ क्षितिज तिवारी, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ एके पांडे, डिप्टी डीआईओ डॉ यतीश भुवन पाठक, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) के डॉ जयशीलन व डॉ सतरुपा, यूनिसेफ के प्रदीप श्रीवास्तव व डॉ शाहिद और यूएनडीपी की रीना वर्मा संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
स्वस्थ है दोनों बच्चे-भेलूपुर निवासी संजय का सरकारी टीकों में पूर्ण विश्वास है। उनका बड़ी बेटी श्रद्धा चार साल की है जबकि छोटा बेटा वेदान्त लगभग दो साल का है। उनका कहना है कि उन्होंने अपने दोनों बच्चों को पोलियो की सभी ड्रॉप पिलवाई है और सभी प्रकार के टीके सरकारी टीकाकरण केंद्र से ही लगवाए हैं। इससे उनके दोनों बच्चे स्वस्थ हैं । पोलियो के ड्रॉप के कारण कभी भी कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा । सभी लोगों को अपने बच्चों को पोलियो की दवा अवश्य पिलानी चाहिए और नियमित टीकाकरण भी कराना चाहिए। अभियान के अंतर्गत 7.46 लाख मकानों के सापेक्ष 5.68 बच्चों को चिन्हित किया गया है। 364 पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं। जबकि गृह भ्रमण हेतु 1265 टीम बनाई गई है, घर-घर जाकर निर्धारित आयु सीमा के बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाएगी। जबकि ट्रांजिट एवं मोबाइल 36-36 टीमें बनाई गई है।
अभियान: एक नजर में
- लक्षित मकान – 7.46 लाख
- लक्षित लाभार्थी बच्चे – 5.68 लाख
- पर्यवेक्षक – 364
- गृह भ्रमण टीम – 1265
- ट्रांजिट टीम – 36
- मोबाइल टीम – 36

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