PM Narendra Modi ने भूटान में वाराणसी को भी किया याद, वजह आपको गर्व से भर देगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान दौरे पर वाराणसी की सांस्कृतिक विरासत को याद किया। उन्होंने काशी की आध्यात्मिक महत्वता और भारत-भूटान के ऐतिहासिक संबंधों पर प्रकाश डाला, जिससे हर भारतीय नागरिक गर्व महसूस करेगा।

भूटान के थिम्पू में एक आयोजन के सिलसिले में पहुंचे तो पीएम नरेन्द्र मोदी का पारंपरिक स्वागत किया गया।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। काशी के सांसद और पीएम नरेन्द्र मोदी मंगलवार को भूटान के थिम्पू में एक आयोजन के सिलसिले में पहुंचे तो उनका पारंपरिक स्वागत किया गया। इस दौरान भूटान के थिम्पू में चांगलिमथांग उत्सव मैदान में एक जनसभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने शांति के साथ बौद्ध मत और परंपराओं की साझी विरासत पर भी प्रकाश डाला।
पीएम नरेन्द्र मोदी ने जारी वीडियों में कहा कि, "...बहुत से लोग नहीं जानते होंगे कि मेरा जन्मस्थान वडनगर बौद्ध परंपराओं से जुड़ी एक पवित्र भूमि है, और मेरी कर्मभूमि वाराणसी भी बौद्ध भक्ति का शिखर है। इसलिए इस समारोह में शामिल होना विशेष है। मेरी प्रार्थना है कि शांति का यह दीप भूटान और दुनिया भर के हर घर को प्रकाशित करे।"
बताते चलें कि वाराणसी स्थित सारनाथ में भगवान बुद्ध ने प्रथम उपदेश दिया था। आज भी बौद्ध धर्म का बड़ा केंद्र काशी में सारनाथ बना हुआ है। दूसरी ओर पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में यूनेस्को की टीम भी बीते दिनों सारनाथ क्षेत्र का भ्रमण कर यूनेस्को की धरोहर के लिए क्षेत्र का अवलोकन कर चुकी है। भूटान से भी काफी पर्यटक बनारस में सारनाथ स्थित बौद्ध मंदिरों की यात्रा करते हैं।

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