देशभर के ESIC अस्पतालों में ओपीडी के आधार पर फार्मासिस्टों की नियुक्ति
केंद्रीय श्रम राज्यमंत्री शोभा करंदलाजे ने घोषणा की है कि देश भर के ESIC अस्पतालों में ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या के आधार पर फार्मासिस्टों की नियुक्ति होगी। वर्तमान में फार्मासिस्ट और लैब टेक्निशियन की नियुक्ति बेड आक्यूपेंसी रेट के आधार पर की जाती है जिससे मरीजों को लंबी कतारों में खड़ा रहना पड़ता है।

मुकेश चंद्र श्रीवास्तव, वाराणसी। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार तथा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्यमंत्री शोभा करंदलाजे ने घोषणा की है कि अब देशभर के सभी ईएसआइसी अस्पतालों और मेडिकल कालेजों में ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या के आधार पर फार्मासिस्टों की नियुक्ति की जाएगी।
इस कदम का उद्देश्य मरीजों को दवाई लेने के लिए लंबी कतारों में खड़ा नहीं होना पड़ेगा। इसके साथ ही लैब टेक्निशियन की नियुक्ति भी इसी आधार पर की जाएगी। मंत्री करंदलाजे ने यह जानकारी पांडेयपुर स्थित कर्मचारी राज्य बीमा निगम के ईएसआइसी मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल के निरीक्षण के दौरान दी।
मंत्री ने बताया कि अधिकारियों ने उन्हें सूचित किया कि वर्तमान में फार्मासिस्ट और लैब टेक्निशियन की नियुक्ति आइपीडी यानी बेड आक्यूपेंसी रेट के आधार पर की गई है, जबकि ओपीडी में मरीजों की संख्या अधिक होती है। इस कारण से मरीजों और उनके परिजनों को दवा और जांच के लिए लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ता है।
अधिकारियों ने सुझाव दिया कि ओपीडी के आधार पर नियुक्ति की जानी चाहिए। मंत्री ने इस सुझाव को स्वीकार करते हुए डीन प्रो. सेल्वा कुमार चेलैया और ईएसआइसी निदेशक केसी ओझा (उत्तर प्रदेश) को निर्देश दिया कि वे इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर भेजें, ताकि इसे पूरे देश में लागू किया जा सके।
मंत्री करंदलाजे ने अस्पताल की व्यवस्थाओं की समीक्षा भी की। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों से समस्याओं की जानकारी ली और मरीजों तथा उनके परिजनों से भी बातचीत की। उन्होंने पूछा कि क्या उन्हें भोजन, दवा और अन्य सुविधाएं ठीक से मिल रही हैं।
हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. आलोक चौधरी ने कालेज के लिए भूमि की आवश्यकता और सहायक चिकित्सा अधीक्षक डा. प्रशांत कुमार ने स्टाफ की कमी का मुद्दा उठाया। मंत्री ने आश्वासन दिया कि कालेज की भूमि के लिए संबंधित विभाग से वार्ता की जाएगी।
इस अवसर पर ईपीएफओ के क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त (प्रथम) नीरज श्रीवास्तव, चिकित्सा अधीक्षक डा. पीके राय, डा. धनंजय मिश्र, डा. शिंका गोंड, डा. राजुल विवेक, डा. नेहा जायसवाल, उप निदेशक (प्रशासन) प्रवीण कुमार राय, एमएसएमई के सहायक निदेशक वीके राणा, डा. स्वामी वर्मा, डा. ध्वनि जायसवाल, श्वेता त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे। शुक्रवार को काशी पहुंची शोभा करंदलाजे ने लघु उद्योग भारती के कार्यक्रम में भी भाग लिया।
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