वाराणसी में कटेंगे पांच लाख से अधिक मतदाताओं के नाम, त्रिस्तरीय पंचायत मतदाता सूची का हुआ आलेख्य प्रकाशन
वाराणसी में पांच लाख से अधिक मतदाताओं के नाम कटेंगे। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मतदाता सूची का आलेख्य प्रकाशन किया गया है। मतदाता सूची पुनरीक्षण क ...और पढ़ें

भारत निर्वाचन आयोग की ओर से तिथि बढ़ाने के बाद मतदाताओं के साथ ही बीएलओ को भी राहत मिली है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। विधानसभा मतदाता सूची का विशेष सघन पुनरीक्षण जारी है। एसआइआर के तहत आधा-अधूरा आवेदन भरने वाले लोगों की 2003 की मतदाता सूची से मैपिंग की जा रही है। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से तिथि बढ़ाने के बाद मतदाताओं के साथ ही बीएलओ को भी राहत मिली है।
जिले में 12 दिसंबर तक नो मैपिंग की सूची में आठ लाख 53 हजार मतदाता थे, अब संख्या घटकर तीन लाख 44 हजार पहुंच चुकी है। यह संख्या और घटने की संभावना है। अभी एसआइआर गणना प्रपत्र न भरने वालों के पास भी समय है। मतदाता 26 दिसंबर तक आवेदन कर सकते हैं।
एसआइआर के दौरान बीएलओ द्वारा घर-घर सत्यापन के बाद मिले मृतक, अनुपस्थित और शिफ्टेड वोटरों की सूची लगभग फाइनल हो गई है। ऐसे पांच लाख से अधिक वोटरों का नाम कटना तय है। राजनीतिक पार्टियों के बूथ लेवल एजेंट को एएसडी की सूची सौंपने के साथ ही इसे बूथों पर चस्पा किया जा रहा है।
बीएलओ के पास भी यह सूची उपलब्ध है। इस सूची को कोई भी देख सकता है। यदि त्रुटिवश इस सूची में किसी का नाम आ गया है, तो इसे संशोधन कराने का भी अवसर है। बीएलओ को साक्ष्य के साथ इसकी जानकारी दे सकता है।जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से समस्त बीएलए से भी सिफारिश की गई है कि एएसडी सूची में शामिल वोटरों को स्वयं भी सत्यापन कर लें ताकि समय पर इसे ठीक किया जा सके। हालांकि मतदाताओं के पास दावा आपत्ति का मौका है।
दिसंबर तक नो मैपिंग की सूची में आठ लाख 53 हजार मतदाता थे, अब संख्या घटकर तीन लाख 44 हजार हो गई है। यह प्रक्रिया मतदाता सूची को अधिक सटीक और अद्यतन बनाने के लिए की जा रही है, जिससे चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और विश्वसनीयता बढ़ सके।
इस विशेष सघन पुनरीक्षण के दौरान, मतदाता अपने अधिकारों का उपयोग करते हुए अपनी जानकारी को सही करने का प्रयास कर सकते हैं। यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि सभी योग्य मतदाता सही समय पर अपनी जानकारी अपडेट कर सकें। निर्वाचन आयोग की यह पहल लोकतंत्र को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस प्रक्रिया के माध्यम से, निर्वाचन आयोग यह सुनिश्चित कर रहा है कि सभी मतदाता अपनी पहचान और अधिकारों के प्रति जागरूक रहें। मतदाता सूची में सुधार के लिए यह एक सुनहरा अवसर है, जिसका लाभ सभी मतदाता उठा सकते हैं। वाराणसी में विधानसभा मतदाता सूची का विशेष सघन पुनरीक्षण एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जो मतदाता जागरूकता और चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होगी।

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