वाराणसी में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु खुला प्रशिक्षण केंद्र, सिलाई-कढ़ाई का सीखेंगी हुनर
कोरोना महामारी में आर्थिक तंगी की मार से परेशान महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट व लोक समिति के सहयोग से सोमवार को सेवापुरी ब्लाक के लेढुवाई ग्राम पंचायत में सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण केंद्र खोला गया।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। कोरोना महामारी में आर्थिक तंगी की मार से परेशान महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट व लोक समिति के सहयोग से सोमवार को सेवापुरी ब्लाक के लेढुवाई ग्राम पंचायत में सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण केंद्र खोला गया।
सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण केंद्र का फीता काटकर शुभारंभ करने के बाद लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने बताया कि कोरोना महामारी ने गरीबो की कमर तोड़ दी।इसका सबसे बड़ा असर रोज कमाने खाने वाले दिहाड़ीत मजदूरो के परिवारों पर पड़ा है। आशा ट्रस्ट और लोक समिति कोरोना महामारी में लगातार लोगों की मदद कर रहा है। आर्थिक तंगहाली से परेशान महिलाओं को रोजगार से जोड़ा जा रहा हैं। महिला अगर स्वावलंबी बन आत्मनिर्भर बनेंगी तो वे अपने परिवार की आर्थिक उन्नति का आधार बनेगी। इसके साथ ही उनके भीतर स्वाभिमान भी पैदा होगा।सेवापुरी ब्लाक के कुछ और गांवों में भी इस तरह के प्रशिक्षण केन्द्र खोलें जाएंगे, जिससे इन क्षेत्र की किशोरियां लाभान्वित हो सके। महिलाओं को। स्वयं सहायता समूह बनाकर रोजगार से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
ग्राम प्रधान आनंद गुप्ता ने कहा कि सिलाई एक ऐसा हुनर है, जिससे घरेलु कामकाज के दौरान बचने वाले थोड़े से समय का सदुपयोग कर महिलाएं व किशोरियां अपना एवं परिवार का भविष्य बेहतर बना सकती हैं। सिलाई टीचर विमला ने सिलाई कार्य के दौरान बरती जाने वाली जरुरी सावधानियों के बारे में बताया। किशोरियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। संचालन आशा राय व धन्यवाद ज्ञापन विमला ने किया। इस अवसर पर ग्राम प्रधान आनंद गुप्ता, कोटेदार रमेंद्र बहादुर सिंह, सिलाई टीचर विमला देवी, पूर्व प्रधान अमर बहादुर, सोनी, सुनील, आशा, अनीता, राजनाथ, ज्ञानदास समेत अन्य उपस्थित रहे।
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