बीएचयू के एमसीएम विंग में ओपीडी शुरू, नया अस्पताल खुलते ही महिला मरीजों का लगा तांता
आधुनिक सुविधाओं से युक्त बीएचयू स्थित मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र में बहिरंग सेवा का आरंभ सोमवार को हो गया। चिकित्सा अधीक्षक प्रो.कैलाश कुमार के अनुसार बच्चों की ओपीडी सेवा मंगलवार को सुबह नौ बजे से शुरू हो जाएगी।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। आधुनिक सुविधाओं से युक्त बीएचयू स्थित मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र में बहिरंग सेवा का आरंभ सोमवार को हो गया। खास बात यह रही कि कोविड 19 की गाइड लाइन के अनुसार 50 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया लेकिन मानवीय आधार पर जो भी महिलाएं स्वास्थ्य संबंधी समस्या लेकर आईं उनका स्वास्थ्य परीक्षण करने के साथ उन्हें बहिरंग सेवा में मौजूद दो वरिष्ठ चिकित्सिकाओं ने सलाह दी।
गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को इसका विधिवत औपचारिक उद्घाटन करने के बाद यहां चिकित्सकों से मुलाकात की थी। उसके पश्चात निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जब सोमवार को नौ बजे बहिरंग सेवा शुरू हुई तो महिला मरीजों का धीरे- धीरे आना शुरू हो गया। पहले दिन बहिरंग सेवा में प्रो. मेजर अंजलि और प्रो. डॉक्टर ममता ने मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। कोविड की गाइड लाइन के अनुसार 50 मरीजों का ही स्वास्थ्य परीक्षण निर्धारित किया गया था लेकिन महिलाओं की संख्या बढ़ने पर उन्हें लौटाया नहीं गया बल्कि चिकित्सा अधीक्षक प्रो. के के गुप्ता के आदेश पर चिकित्सक द्वय ने उनका भी स्वास्थ्य परीक्षण किया दोपहर दो बजे तक पंजीकृत महिला मरीजों की संख्या 130 पहुंच गई थी। इसके बाद भी शाम पांच बजे तक महिलाएं आती रहीं।
लेवर रूम और ऑपरेशन थियेटर का संचालन पुरानी बिल्डिंग में
मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र में अभी लेवर रूम और ऑपरेशन थियेटर का संचालन नहीं किया जा रहा है। चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर कैलाश कुमार के अनुसार कुछ तकनीकी और प्रशासनिक कारणों से ऐसा अभी संभव नहीं हो पा रहा है।यथोचित समय पर यह सुविधा भी नए अस्पताल में शुरू हो जाएगी।
आज से शुरू होगी बच्चों की ओपीडी
चिकित्सा अधीक्षक प्रो.कैलाश कुमार के अनुसार बच्चों की ओपीडी सेवा मंगलवार को सुबह नौ बजे से शुरू हो जाएगी। कोविड 19 की गाइड लाइन के अनुसार बिना मास्क के अस्पताल परिसर में किसी के प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
महिलाओं की निजता और स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ेगी गुणवत्ता : प्रो. मेजर अंजलि
सैन्य अस्पताल चंडीगढ़ में चिकित्सा सेवा दे चुकी प्रो.डॉक्टर अंजलि ने बताया कि अस्पताल की नई बिल्डिंग में आकर सैन्य अस्पताल की याद ताजा हो गयी। सैन्य अस्पतालों की तरह यहां भी स्थान ज्यादा है। साफ-सफाई भी उसी तरह से है। सबसे बड़ी बात है कि पीएम के प्रयास से अलग से महिलाओं के अस्पताल बन जाने से उनकी निजता की रक्षा हो सकेगी। साफ-सफाई व फैलाव युक्त स्थान मिल जाने से स्वास्थ्य सेवाओं की गुण वत्ता में वृद्धि होगी।
पूर्वांचल के लिए यह लाभ दायक : प्रो. ममता
बहिरंग सेवा शुरू हो जाने से पूर्वांचल की महिला मरीजों को पूरा लाभ मिलेगा। इसकी जरूरत को पीएम मोदी ने पूरा कर दिखाया। यहां जटिल रोगों का आधुनिक तरीके से सफल इलाज होगा। इस नए अस्पताल ने स्थानाभाव को समाप्त किया।
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