अब वाराणसी में डाक विभाग कराएगा अस्थि विसर्जन और श्राद्ध कर्मकांड, ओम दिव्य दर्शन संस्था की टीम करेगी व्यवस्था
महामारी के दौर में बहुतेरे लोग अपनों का विधि-विधान से अंतिम संस्कार नहीं कर पाए। इसको देखते हुए डाक विभाग ने एक नई योजना शुरू किया है। इसके तहत मृत लोगों का अस्थि कलश वाराणसी प्रयागराज हरिद्वार और गया में विसर्जित किया जाएगा।
वाराणसी [सौरभ चंद्र पांडेय]। महामारी के दौर में बहुतेरे लोग अपनों का विधि-विधान से अंतिम संस्कार नहीं कर पाए। इसको देखते हुए डाक विभाग ने एक नई योजना शुरू किया है। इसके तहत मृत लोगों का अस्थि कलश वाराणसी, प्रयागराज, हरिद्वार और गया में विसर्जित किया जाएगा। इसके साथ ही मृत आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध कर्मकांड भी किया जाएगा। इसके लिए डाक विभाग और ओम दिव्य दर्शन संस्था के बीच एक समझौता हुआ है। इस पुण्य कार्य में डाक विभाग और ओम दिव्य दर्शन संस्था मिलकर कार्य करेंगी। डाक विभाग अस्थि कलश को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने का कार्य करेगा जबकि ओम दिव्य दर्शन संस्था की टीम अस्थि कलश को प्राप्त करके उसे गंगा में विसर्जित करने के साथ ही मृत आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध कर्म करेगी। इस पूरे क्रिया-कर्म का लाइव वीडियो भी परिजनों को दिखाया जाएगा। इसके साथ ही इस वीडियो को उनके द्वारा दिए गए व्हाटसअप नंबर पर भी भेजा जाएगा। यह जानकारी वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल केके यादव ने शनिवार को दिया।
कराना होगा पंजीकरण
अस्थि कलश विसर्जन के लिए परिवार के सदस्यों को पहले ओम दिव्य दर्शन संस्था के पोर्टल htpp://omdivysdarshan.org पर पंजीकरण कराना होगा। इसके बाद डाकघर के माध्यम से अस्थियों का पैकेट स्पीड पोस्ट सेवा के माध्यम से वाराणसी, प्रयागराज, हरिद्वार और गया भेजा जाएगा। अस्थि पैकेट को अच्छी तरह से पैक कर इस पर मोटे अक्षरों में 'ओम दिव्य दर्शन' अंकित करना होगा। जिससे की डाककर्मी इसे आसानी से पहचान सकें। पैकेट भेजने वाले को पूरा नाम, पता, मोबाइल नंबर लिखना होगा।
स्पीड पोस्ट करने के बाद पोर्टल पर अपडेट करना होगा बुकिंग डिटेल
स्पीड पोस्ट सेवा के माध्यम से अस्थि कलश बुक करने के बाद प्रेषक को ओम दिव्य दर्शन संस्था के पोर्टल पर स्पीड पोस्ट बार कोड नंबर के साथ ही बुकिंग डिटेल्स अपडेट करना होगा। सम्बंधित डाकघर में पैकेट प्राप्त होने के बाद इसे ओम दिव्य दर्शन के पते पर वितरित कर दिया जाएगा। इसके बाद ओम दिव्य दर्शन संस्था की टीम के पंडित इसका विधि-विधान अस्थि विसर्जन और श्राद्ध संस्कार करेंगे। जिसे वेबकास्ट के माध्यम से मृतक के परिवार वाले भी देख सकेंगे। सारे संस्कारों के बाद संस्था द्वारा मृतक के परिवार को डाकघर द्वारा एक बोतल गंगा जल भी भेजा जाएगा।