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    UP : सरकारी कर्मचारी ने जींस पैंट और टी-शर्ट पहनी तो खैर नहीं, भदोही की डीएम ने परिधान को लेकर खोला मोर्चा

    By Abhishek SharmaEdited By:
    Updated: Wed, 13 Jul 2022 01:48 PM (IST)

    Ban on jeans Pant and t-shirt सरकारी कर्मचारियों के लिए उत्‍तर प्रदेश के भदोही जिले में ड्रेस कोड लागू किया गया है। इस बाबत डीएम की ओर से आदेश जारी कर कपड़ों की निगरानी की जाएगी और कोई जींस और टीशर्ट में मिला तो कार्रवाई की जाएगी।

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    भदोही डीएम आर्यका अखौरी ने जींस पैंट और टीशर्ट के खिलाफ मोर्चा खोला है।

    भदोही, जागरण संवाददाता। सरकारी दफ्तरों, स्कूलों में जींस व टी-शर्ट में अब आपको कोई कर्मचारी भदोही जिले में नजर नहीं आएगा। कपड़ों की जांच के लिए अब गुरुवार से नोडल टीम कर्मचारियों को देखकर डीएम को अपनी रिपोर्ट देगी और इस बाबत कड़ी कार्रवाई होगी इसके साथ ही कर्मचारियों पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।

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    भदाेही जिले में सरकारी दफ्तरों, स्कूलों में अब जींस व टी-शर्ट नहीं चलेगी। ड्यूटी करनी है तो सामान्य परिधान में आना है। अन्यथा माना जाएगा कि कर्मचारी ड्यूटी के प्रति संवेदनशील नहीं है। जितने दिन वह अपने परिधान का नियम तोड़ेंगे उन पर जुर्माना लगेगा और उनके खिलाफ कार्रवाई को पत्र निदेशालय भेजा जाएगा। यह आदेश गुरुवार से लागू हो जाएगा।

    भदोही जिले की डीएम आर्यका अखौरी का मानना है कि कर्मचारी व शिक्षक जींस टी-शर्ट में अपने कार्यालय आते हैं तो इसका बच्चों पर असर पड़ता है। परिधान की वजह से समाज में भी गलत संदेश जाता है। पर अब ऐसा नहीं चलेगा। सभी को सामान्य परिधान में आना होगा। इसके अलावा कार्यालय देरी से आने और जल्दी चले जाने वालों पर भी प्रशासन की नजर रहेगी। इसके लिए जल्द ही नोडल बनाए जाएंगे जो सुबह-शाम उपस्थिति देखेंगे और परिधान पर नजर रखेंगे

    अधिकारियों को जींस में देखकर भड़क गई थीं डीएम : मंगलवार को सावन में कांवरियों की सुविधा को लेकर कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में दो अधिकारी टाइट जींस में पहुंच गए थे। यह देख डीएम उन पर भड़क गईं थी। निर्देश दिया कि अधिकारियों का यह हाल है तो कर्मचारी क्यों नहीं मनमानी करेंगे। गुरुवार से किसी कार्यालय में जींस या टी-शर्ट में कोई कर्मचारी आया तो वह कार्रवाई के दायरे में आएगा। डीएम ने बकायदा इसके लिए नोडल अधिकारी भी बनाने को कहा है। यह नोडल अधिकारी कार्यालय व स्कूलों की जांच में सबसे पहले परिधान, उसके बाद उपस्थिति जांचेंगे।

    नियम पुराना पर अब सख्ती : वैसे यह नियम पुराना है पर अब सख्ती होती दिख रही है। शिक्षकों को बार-बार हिदायत दी जाती है कि वे सामान्य परिधान में विद्यालय आएं। क्योंकि समान में उनका ओहदा काफी ऊंचा होता है। बच्चे उनका अनुशरण करते हैं। पर नई पीढ़ी ने अपनी स्तर से व्यवस्था चलाने का प्रयास किया और जींस, टी-शर्ट में आने लगे थे। इस पर काफी हद तक रोक लग गई है पर अब भी गाहे- बगाहे शिक्षक आधुनिक परिधानों में आ जा जाते हैं। अब देखना है कि डीएम का फरमान कितने दिनों में लागू होगा और कितने दिन चलता है। हालांकि, यह आदेश जारी होने के बाद से ही जिले में सरकारी कर्मचारी सकते में हैं। 

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