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इंटरनेट मीडिया पर भदोही विधायक का इस्तीफा वायरल, रवींद्रनाथ त्रिपाठी ने दर्ज कराया एफआइआर

भदोही जिले के भाजपा विधायक रविंद्र नाथ त्रिपाठी के इस्तीफे का पत्र मंगलवार की देर रात सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिससे राजनीतिक गलियारे में हलचल मच गई। पत्र वायरल होने की जानकारी पाकर बुधवार को विधायक ने इसका खंडन किया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Wed, 12 Jan 2022 05:32 PM (IST)Updated: Wed, 12 Jan 2022 05:32 PM (IST)
इंटरनेट मीडिया पर भदोही विधायक का इस्तीफा वायरल, रवींद्रनाथ त्रिपाठी ने दर्ज कराया एफआइआर
भदोही भाजपा विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी के इस्तीफे का पत्र मंगलवार की देर रात सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

जागरण संवाददाता, भदोही। भदोही के भाजपा विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी का इंटरनेट मीडिया पर बुधवार को इस्तीफा लिखा लेटरपेड वायरल हो गया। इससे सियासी गलियारों में हलचल मच गई। केबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य गुट का होने के कारण इनके इस्तीफा का भी कयास लगाया जाने लगा। उनके इस्तीफा की खबर जोर पकड़ने लगी तो उन्होंने ज्ञानपुर स्थित एक रेस्टूरेंट में मीडिया से बात की और इसका खंडन किया।

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उन्होंने कहा किसी बड़े नेता की साजिश है, उनकी बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए उनकी छवि खराब करने की कोशिश की गई है। कहा कि उनका फर्जी लेटर पेड बना लिया या उनके लेटर पेड का गलत इस्तेमाल कर यह रूमर उड़ाया है। उन्होंने न तो इस्तीफा दिया है और न ही सोच सकते हैं। उन्होेंने कहा भाजपा के लिए वे जीने मरने को तैयार है। उन्होंने ज्ञानपुर कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ लेटर पैड का दुरुपयोग करने व वायरल करने पर मुकदमा दर्ज कराया है।

स्वामी प्रसाद के इस्तीफे के 24 घंटे बाद राज्य मंत्री दारा सिंह चौहान ने इस्तीफा दे दिया। इससे कयास लगाया जाने लगा कि 2017 में स्वामीप्रसाद के साथ जिन दस लोगों को भाजपा ने टिकट देकर चुनाव लड़ाया था उनमें एक रवींद्रनाथ भी थे। इससे इनका इस्तीफा सही भी हो सकता है। इससे इस्तीफे की खबर जनचर्चा बनने लगी। विधायक को लोग फोन करने लगे। उन्होंने कहा कि यह गलत है। उन्हाेंने इस्तीफा नहीं दिया है, वे इस बारे में सोच भी नहीं सकते हैं। किसी ने फर्जी लेटर पैड बनाया होगा या उनके लेटर पैड का गलत इस्तेमाल किया है। वे भाजपा के सिपाही हैं और भाजपा में ही रहेंगे। टिकट कटने के सवाल बोले वे कार्यकर्ता है यदि पार्टी से टिकट नहीं मिला तो भी वे पार्टी की सेवा करते रहेंगे। इस गलत खबर से उन्हें ठेस पहुंची है। कुछ बड़े नेताओं का नाम बताने से इनकार किया लेकिन कहा उन लोगों से उनकी लोकप्रियता बर्दाश्त नहीं हो रही है। इसलिए ऐसा गलत कार्य कर रहे हैं।


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