नए साल में चौखंडी स्टेशन पर होगा माल गोदाम
जागरण संवाददाता, वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अब स्टेशनों की ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अब स्टेशनों की सूरत बदलने लगी है। वर्षो से विस्तार की राह देख रहे वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन के अब अच्छे दिन मानो आ से गए। इस क्रम में बड़ी बाधा बना माल गोदाम भी अब उचित स्थान तक जाने को बेकरार है क्योंकि प्रस्तावित स्थान सेवापुरी के चौखंडी स्टेशन पर नया माल गोदाम बनकर करीब-करीब तैयार हो गया है। वर्तमान में निर्माण कार्य अंतिम चरण में है।
सब कुछ ठीक रहा तो जनवरी में ट्रेनों से माल ढुलाई का कार्य शुरू हो जाएगा। रोजाना एक माल गाड़ी का ठहराव होगा। चौखंडी स्टेशन के उत्तर दिशा की ओर माल गोदाम बनाया जा रहा है। रेलवे क्रासिंग के पास ही पंचक्रोशी रोड से गोदाम को जोड़ने का कार्य हो रहा है। वहीं स्टेशन निदेशक अनिल कुमार पांडेय स्टाफ मैनेजमेंट को लेकर मंथन कर रहे हैं। कर्मचारियों की कम संख्या के चलते मैन पावर का उचित प्रबंधन टेढ़ी खीर साबित हो रही है।
खराब स्लीपर का बेहतरीन इस्तेमाल
माल गोदाम बनाने के लिए रेलवे ने नया प्रयोग किया है। जहां माल (सामग्री) उतरेगी और ट्रकों से ढुलाई की जाएगी उस स्थान को कंक्रीट की बजाए पुराने खराब हो चुके स्लीपर (रेल पटरियों के नीचे लगने वाली कंक्रीट की प्लेट) का इस्तेमाल किया गया है। इंजीनिय¨रग विभाग के अनुसार यह बेहद मजबूत है और पानी जमा होने के बाद भी खराब नहीं होगा।
कैंट स्टेशन पर बन रहे दो प्लेटफार्म
कैंट स्टेशन से मालगोदाम को चौखंडी स्थानांतरित करने के पीछे विस्तारीकरण योजना है। इसके तहत जहां पर माल गोदाम है वहां पर दो नए प्लेटफार्म बनाए जा रहे हैं। लखनऊ मंडल ने एक एजेंसी को ठेका दिया है। एक वर्ष में दोनों नए प्लेटफार्मो से ट्रेनों का परिचालन शुरू होने की उम्मीद है।
यहां से संचालित ट्रेनों का परिचालन
कैंट स्टेशन पर बनने वाले दोनों नए प्लेटफार्मो से बनारस से संचालित होने वाली ट्रेनें चलाई जाएंगी। इनमें लखनऊ, दिल्ली, मुंबई, जम्मूतवी, ग्वालियर, जोधपुर, अहमदाबाद, चेन्नई आदि प्रमुख होंगी। इन ट्रेनों के लिए नया प्लेटफार्म बन जाने से एक से नौ नंबर के प्लेटफार्मो पर दबाव कम होगा। इससे ट्रेनों के लेट होने की आशका नहीं रह जाएगी।
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'चौखंडी में माल गोदाम स्थानातरित करने की तैयारी पूरी हो गई है। निर्माण कार्य अंतिम दौर में है। एक महीने में मालगाड़िया वहीं खड़ी करके सामान उतारे जाएंगे। इससे कैंट स्टेशन के यार्ड पर मालगाड़ियों का दबाव कम होगा'
-रवि प्रकाश चतुर्वेदी, मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक

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