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    काशी में एमएसएमई सेवा पर्व का आगाज, केंद्रीय एमएसएमई जीतन राम मांझी व राज्यमंत्री शोभा कारंदलाजे ने किया शुभारंभ

    Updated: Sun, 28 Sep 2025 12:32 PM (IST)

    काशी में एमएसएमई सेवा पर्व 2025 का उद्घाटन हुआ जिसका उद्देश्य एमएसएमई योजनाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और राज्यमंत्री शोभा कारंदलाजे ने इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना और खादी सम्मेलन का भी आयोजन किया जा रहा है।

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    यह पर्व स्थानीय उद्यमिता को सशक्त बनाने का एक महत्वपूर्ण कदम है।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। काशी में एमएसएमई सेवा पर्व का रव‍िवार को उद्घाटन हुआ। केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी और राज्यमंत्री शोभा कारंदलाजे ने शुभारंभ क‍िया। एमएसएमई सेवा पर्व के तहत दो दिवसीय विरासत से विकास कार्यक्रम 30 सितंबर तक अयोज‍ित क‍िया गया है। आयोजन का मकसद पूर्वांचल के व‍िकास पर केंद्र‍ित है।  

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    एमएसएमई सेवा पर्व-2025: विरासत से विकास कार्यक्रम का उद्घाटन रविवार को काशी में हुआ। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री जीतन राम मांझी और राज्यमंत्री शोभा कारंदलाजे ने किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री विश्वकर्मा और खादी सम्मेलन का आयोजन भी किया जा रहा है।

    कार्यक्रम के पहले दिन प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया गया। काशी में 28 से 30 सितंबर तक आयोजित होने वाले इस 'एमएसएमई सेवा पर्व-2025: विरासत से विकास' का उद्देश्य एमएसएमई योजनाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाना और युवाओं एवं महिलाओं को उद्यमिता की ओर प्रोत्साहित करना है। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी करेंगे, जबकि राज्य मंत्री शोभा कारंदलाजे भी उपस्थित रहेंगी।

    इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, खादी एवं ग्रामोद्योग तथा एमएसएमई योजनाओं से जुड़े 1500 से अधिक लाभार्थी भाग लेंगे। स्थानीय कारीगरों और शिल्पकारों द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी। इस प्रदर्शनी में 2025 में खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआइसी) और राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड (एनएसआइसी) के बीच विपणन पर समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान किया जाएगा। साथ ही, विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाणपत्र, सब्सिडी और टूलकिट वितरित किए जाएंगे।

    इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल उद्यमिता को बढ़ावा देना है, बल्कि स्थानीय कारीगरों और शिल्पकारों को भी प्रोत्साहित करना है। इससे न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि स्थानीय उत्पादों को भी एक नई पहचान मिलेगी। इस प्रकार के कार्यक्रमों से काशी की सांस्कृतिक विरासत को भी संजीवनी मिलेगी।

    केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने इस अवसर पर कहा कि एमएसएमई क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने सभी लाभार्थियों से अपील की कि वे इस अवसर का लाभ उठाएं और अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत रहें। राज्यमंत्री शोभा कारंदलाजे ने भी इस क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने पर जोर दिया।

    इस प्रकार, काशी में आयोजित एमएसएमई सेवा पर्व-2025 न केवल एक उत्सव है, बल्कि यह स्थानीय उद्यमिता को सशक्त बनाने का एक महत्वपूर्ण कदम भी है।