मीरजापुर के चुनार में ट्रेन से कटकर छह महिलाओं की मौत के मामले में सामने आई हादसे की असली वजह
मीरजापुर के चुनार में ट्रेन से कटकर छह महिलाओं की मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि रेलवे ट्रैक पार करते समय दूसरी तरफ से आ रही ट्रेन को न देख पाने के कारण यह हादसा हुआ। यह घटना अत्यंत दुखद है और स्थानीय लोगों में शोक की लहर है।

जागरण संवाददाता, मीरजापुर। चुनार रेलवे स्टेशन पर कालका एक्सप्रेस ट्रेन से कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए निकले 7-8 श्रद्धालु कट गए। इसमें 6 महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं हादसे में कई जख्मी भी हैं। घटना के बाद स्टेशन में अफरा-तफरी का माहौल काफी देर तक माचा रहा।
दरअसल हादसा सुबह 9.30 बजे प्लेटफार्म नंबर तीन पर हुआ। चोपन से पैसेंजर ट्रेन रेलवे स्टेशन पहुंची तो भीड़ होने की वजह से कुछ श्रद्धालु ट्रेन से प्लेटफॉर्म पर न उतरकर दूसरी तरफ ट्रैक पर उतर गए।
इसी दौरान, तेज रफ्तार में कालका एक्सप्रेस उस ट्रैक से गुजरी। यात्री कुछ समझ पाते इससे पहले ही 7-8 लोग ट्रेन की चपेट में आ गए। रेलवे ट्रैक पर लाशों के टुकड़े और खून ही खून बिखर गया। ज्यादातर श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए गंगा घाट जा रहे थे।
कालका एक्सप्रेस हावड़ा स्टेशन से रात 9.55 बजे चली थी। पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन से वह आधे घंटे देरी से 8.36 पर मीरजापुर स्टेशन के लिए निकली थी। चुनार में उसका स्टॉपेज नहीं था। इस वजह से ट्रेन की रफ्तार कम होने के बजाय 60 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की थी।
चोपन से आने वाली पैसेंजर प्लेटफॉर्म चार पर आई थी। यहां से श्रद्धालु उतरकर ट्रैक पार करने लगे। प्लेटफॉर्म नंबर तीन पर जैसे ही पार करके ट्रैक पर उतरे। इसी दौरान अचानक कालका एक्सप्रेस उसी ट्रैक से गुजरी जहां उसका स्टॉपेज नहीं था। श्रद्धालु भाग पाते उसके पहले ही महिलाएं ट्रेन की चपेट में आ गई और शवों के टुकड़े आसपास फैल गए।
पुलिस शवों को टुकड़ों को समेटकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज रही है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार सभी श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान करने के लिए लाइन पार करके चुनार गंगा घाट जा रहे थे।

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