बनारसी साड़ी की कायल हुईं मेहमान पीएम की पत्नी, अचानक शोरूम पहुंचकर की खरीदारी
मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम ने काशी की धर्म अध्यात्म और संस्कृति का अनुभव किया। उनकी पत्नी वीना रामगुलाम ने बनारसी साड़ियों की खरीदारी की। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रधानमंत्री को गुलाबी मीनाकारी से बनी काशी विश्वनाथ मंदिर की प्रतिकृति भेंट की जो जीआई टैग और ओडीओपी के तहत आती है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। काशी की धर्म, अध्यात्म और संस्कृति से मॉरीशस के पीएम डा. नवीनचंद्र रामगुलाम प्रभावित हुए तो बनारसी खान पान और पहनावा भी उनको खूब भाया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पीएम को गुलाबी मीनाकारी से बनी श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की अनुकृति भेंट की। यह जीआई टैग और ओडीओपी के तहत गुलाबी मीनाकारी कला का उत्कृष्ट नमूना है।
मॉरीशस के मेहमानों का काशी आगमन और बनारसी हस्तकला के प्रति उनका आकर्षण इस रिश्ते को और मजबूत बनाएगा। तो वहीं काशी की पहचान बनारसी साड़ी और गुलाबी मीनाकारी वैश्विक मंच पर भारत की हस्तकला को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ नवीनचंद्र रामगुलाम काशी के धर्म, अध्यात्म और संस्कृति से रूबरू हुए। उन्हें बनारसी खानपान और पहनावा भी खूब भाया। मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम की पत्नी वीना रामगुलाम गुरुवार को बनारसी साड़ी की दुकान पर पहुंच गईं और जमकर ख़रीदारी की। बनारसी साड़ी जीआई टैग और ओडीओपी दोनों में शामिल है।
मॉरीशस के प्रधानमंत्री को काशी की खास जीआई टैग और एक जिला एक उत्पाद गुलाबी मीनाकारी का श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की प्रतिकृति राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा भेंट किया गया। इस यात्रा में उन्होंने न केवल काशी की धर्म और अध्यात्म की गहराई को महसूस किया, बल्कि काशी की समृद्ध परंपराओं और हस्तकला का अनुभव भी किया।
बनारसी साड़ी की खरीदारी में दिखी मेहमान पीएम के पत्नी की रुचि
गुरुवार को मॉरीशस के प्रधानमंत्री की पत्नी वीना रामगुलाम अचानक मकबूल आलम रोड स्थित पनाया बनारसी साड़ी शोरूम पहुंचीं। शोरूम के मालिक वीरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि उन्हें बनारसी साड़ियां बेहद पसंद आईं। उन्होंने कई साड़ियों की खरीदारी की। इसके अलावा उन्होंने पोटली बैग, स्लिंग बैग और कुर्ता-पायजामा भी खरीदा। वीना ने उपहार के लिए भी कई सामान चुने, जो काशी की हस्तकला की वैश्विक अपील को दर्शाता है। बनारसी साड़ी जीआई टैग और उत्तर प्रदेश के 'एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी)' में शामिल है।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की गुलाबी मीनाकारी प्रतिकृति भेंट
प्रधानमंत्री डॉ. रामगुलाम और उनकी पत्नी ने शुक्रवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किए। इस दौरान उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उन्हें गुलाबी मीनाकारी से बनी श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की अनुकृति भेंट की। यह अनुकृति जीआई टैग और ओडीओपी के तहत गुलाबी मीनाकारी कला का उत्कृष्ट नमूना है।
एक महीने में तैयार की प्रतिकृति
गुलाबी मीनाकारी के नेशनल अवार्डी हस्तशिल्पी कुंजबिहारी ने बताया कि यह प्रतिकृति पहली बार किसी विशेष अतिथि के लिए बनाई गई है। इसे तैयार करने में लगभग एक महीने का समय लगा। कुंज बिहारी ने कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से प्रेरणा लेकर इस अनुकृति को बनाया गया।” उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हमेशा हस्तकला को बढ़ावा देते हैं और लोगों को जीआई टैग व ओडीओपी उत्पादों को उपहार में देने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
काशी और मॉरीशस का सांस्कृतिक जुड़ाव
पूर्वांचल की माटी की महक मॉरीशस में भी है। मॉरीशस और पूर्वांचल के बीच सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रिश्तों की गहरी जड़ें हैं। मॉरीशस के मेहमानों का काशी आगमन और बनारसी हस्तकला के प्रति उनका आकर्षण इस रिश्ते को और मजबूत करता है। बनारसी साड़ी और गुलाबी मीनाकारी जैसे उत्पाद न केवल काशी की पहचान हैं, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की हस्तकला को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस यात्रा ने काशी की धार्मिक, सांस्कृतिक और हस्तकला विरासत को वैश्विक स्तर पर फिर मान किया। मॉरीशस के प्रधानमंत्री और उनकी पत्नी का यह दौरा काशी की परंपराओं और स्थानीय कारीगरों के लिए गर्व का क्षण रहा।
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