मकर संक्रांति 2022 : वाराणसी में कार्टून वाली पतंग बच्चों की पहली पसंद, दुकानों में हो रही खरीदारी
कोरोना के कारण स्कूलों में छुट्टी ने बच्चों को मकर संक्रांति के मूड में ला दिया है। गांव से लेकर शहर तक छत हो या मैदान या फिर सड़कें सभी जगहों पर बच्चे पतंग और मंझे के साथ दिखाई दे रहे हैं। मकर संक्रांति में अभी तीन दिन शेष है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी : कोरोना के कारण स्कूलों में छुट्टी ने बच्चों को मकर संक्रांति के मूड में ला दिया है। गांव से लेकर शहर तक छत हो या मैदान या फिर सड़कें सभी जगहों पर बच्चे पतंग और मंझे के साथ दिखाई दे रहे हैं। मकर संक्रांति में अभी तीन दिन शेष है। सुबह होते ही बच्चे इन दिनों दिनभर पतंग का लुत्फ उठा रहे हैं। बच्चों को लुभाने के लिए इस बार कार्टून चरित्र वाली पतंगे जैसे डोरेमोन, आयरन मैन, पोकेमोन, छोटा भीम, मोटू-पतलू उपलब्ध हैं। गत वर्ष राजनेताओं की पतंगे भी आसमान में दिखाई दे रही हैं।
चुनाव के कारण नेताओं की उड़ान से दूरी
प्रदेश में विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी हो गई है। आदर्श आचार संहिता लग गई है। दुकानदारों का कहना है कि इस कारण इस बार राजनेताओं की पतंगें बाजार में नहीं बिक रहीं हैं। वहीं कुछ बच्चे डिजाइनर पतंगोंं की भी मांग कर रहे हैं। इसके अलावा दग्गा (सादा कागज वाली), मटका, डेल्टा, डायमंड, सेलुलर आदि पतंगे भी बाजार में उपलब्ध हैं। बात मंझा की करें तो महाबली, बाहुबली, तांत, सद्दी, गुलाबी मांझा, काला मांझा, डबल धार मंझा, ड्रेगन मंझा की खूब मांग हो रही है।
एक नजर रेट पर
कार्टून कैरेक्टर वाली पतंग 2-15 रुपये प्रति पतंग
डिजाइनर पतंग 8-30 रुपये प्रति पतंग
टीपू सुल्तान मंझा (प्रति रील) 50-60 रुपये
महाबली मंझा (प्रति रील) 80-90 रुपये
बाहुबली मंझा (प्रति रील) 70-80 रुपये
काला मांझा (प्रति रील) 110-120 रुपये
डबल धार मंझा (प्रति रील) 120-130 रुपये
ड्रेगन मांझा (प्रति रील) 140-150 रुपये
नायलोन रंगीन (प्रति रील) 50-80 रुपये
नायलोन सफेद (प्रति रील) 60-100 रुपये
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