Varanasi News: खेल क्षेत्र में काशी विद्यापीठ को देश में मिला आठवां स्थान, ऐसे तय होती है रैंकिंग
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ को खेल गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर आठवां स्थान मिला है। विश्वविद्यालय में स्वरोजगार पर एक कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें छात्रों को लघु उद्योगों के बारे में जानकारी दी गई। पुरातन छात्र समागम में सामाजिक समरसता पर जोर दिया गया। डीएवी पीजी कॉलेज ने अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्रक सौंपा।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ को खेल गतिविधियों के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए भारतीय संस्थान रैंकिंग प्रणाली (आईआईआरएफ) ने वर्ष 2025 के लिए देशभर में आठवां स्थान प्रदान किया है। यह उपलब्धि विश्वविद्यालय के लिए गौरव का विषय है।
क्रीड़ा परिषद के उपाध्यक्ष प्रो. संतोष कुमार ने बताया कि आइआइआरएफ खेल प्रदर्शन के आधार पर यह रैंकिंग तय करता है। कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी, कुलसचिव डा. सुनीता पांडेय, परीक्षा नियंत्रक दीप्ति मिश्रा क्रीड़ा परिषद सचिव डा. नवरत्न सिंह, डा. राधेश्याम राय, डा. अमरेंद्र कुमार सिंह, संतोष कुमार ने खुशी जताई है।
विद्यार्थियों को स्वरोजगार की राह दिखा गई कार्यशाला
विद्यार्थियों को स्वरोजगार की राह दिखाने के लिए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में शुक्रवार को आनलाइन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजित किया गया। अंतरराष्ट्रीय लघु उद्योग दिवस पर आइक्यूएसी शुक्रवार की ओर से ‘फ्राम पैंटल्स टू पासिबिलिटी’ विषयक कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि सुगंध एवं सुरस विकास केंद्र, कानपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. भक्ति विजय शुक्ल ने छात्रों को सुगंध उद्योग, अरोमाथैरेपी, पुष्प अपशिष्ट प्रबंधन (वेस्ट फ्लावर मैनेजमेंट) और इससे जुड़ी स्वरोजगार की संभावनाओं पर विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मंदिरों और समारोहों में प्रयुक्त फूलों को फिर से उपयोग में लाकर किस प्रकार नए उद्योग खड़े किए जा सकते हैं। अध्यक्षता कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने कहा कि यह कार्यशाला युवाओं को लघु उद्योगों की दिशा में प्रेरित करने का प्रयास है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें। स्वागत आइक्यूएसी की निदेशक प्रो. नंदिनी सिंह व धन्यवाद ज्ञापन इनक्यूबेशन सेंटर के निदेशक प्रो. मोहम्मद आरिफ ने किया।
पुरातन छात्र समागम में दिया सामाजिक समरसता का संदेश
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के मनोविज्ञान व समाज शास्त्र विभाग में शुक्रवार को ‘पुरातन छात्र समागम’ आयोजित हुआ। अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने कहा कि संस्था के विकास के साथ सामाजिक समरसता की स्थापना आवश्यक है।
मुख्य अतिथि प्रो. शंभू उपाध्याय ने कहा कि ऐसे आयोजन केवल पुनर्मिलन नहीं, बल्कि परंपरा और आत्मिक संबंधों की पुष्टि भी हैं। विशेष अतिथि प्रो. रेखा ने अपने छात्र जीवन की स्मृतियों को साझा करते हुए विभाग को अपने व्यक्तित्व निर्माण की आधारशिला बताया। विभागाध्यक्ष प्रो. शेफाली वर्मा ठकराल ने कहा कि भूतपूर्व छात्र किसी संस्थान की असली पूंजी होते हैं। स्वागत धन्यवाद ज्ञापन विभागाध्यक्ष प्रो. अमिता सिंह ने किया।
कॉलेज की प्रतिष्ठा बचाने के लिए साैंपा पत्रक
डीएवी पीजी कालेज की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के कथित प्रयासों के खिलाफ शुक्रवार को कालेज प्रबंधन व शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री संसदीय कार्यालय को पत्रक सौंपा। इसके अलावा बीएचयू प्रशासन और संबंधित अधिकारियों को भी पत्रक सौंपते हुए साजिशकर्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
प्रबंधक अजीत कुमार सिंह एवं कार्यवाहक प्राचार्य प्रो. मिश्रीलाल के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने सबसे पहले पीएम संसदीय जनसंपर्क कार्यालय में प्रधानमंत्री को संबोधित शहर दक्षिणी के विधायक डा. नीलकंठ तिवारी को ज्ञापन सौंपा।
इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने बीएचयू के प्रभारी कुलपति व कुलसचिव को भी पत्रक सौंपा। पत्रक में कालेज के विरुद्ध साजिश करने वाले तत्वों की सीडीआर, काल लोकेशन तथा आपराधिक पृष्ठभूमि की जांच कराने की मांग की गई है।
प्रबंधक बताया कि कि बीते कुछ महीनों से महाविद्यालय की कीमती भूमि पर कब्जा करने की मंशा से जुड़े भूमाफिया सोशल मीडिया सहित विभिन्न माध्यमों से कालेज की छवि को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं।
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