महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ का 45वें दीक्षांत समारोह में 101 मेधावियों को मिला स्वर्ण पदक
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 45वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल समेत कई गणमान्य अतिथि शामिल हुए। कुलपति प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और आगामी योजनाओं पर प्रकाश डाला। इस दौरान 101 मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक दिए गए जिनमें 27 छात्र और 74 छात्राएं हैं।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 45वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की। कुलपति प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी ने कहा कि इस समारोह में उत्तर प्रदेश की राज्यापाल आनंदीबेन पटेल, मुख्य अतिथि प्रोफेसर सरोज चूड़ामणि गोपाल, विशेष अतिथि योगेंद्र उपाध्याय (शिक्षा मंत्री) और रजनी तिवारी (उच्च शिक्षा राज्य मंत्री) सहित कई सम्मानित अतिथिगण उपस्थित थे। उन्होंने विश्वविद्यालय के संबद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्यों, जनप्रतिनिधियों और काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बिहारी लाल शर्मा का भी स्वागत किया।
प्रोफेसर त्यागी ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए विश्वविद्यालय सतत प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह में 101 मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक प्रदान किए जाएंगे, जिनमें 27 छात्र और 74 छात्राएं शामिल हैं। स्नातक स्तर पर 55642 विद्यार्थियों को उपाधि दी जाएगी, जबकि स्नातकोत्तर स्तर पर 15321 परीक्षार्थियों को उपाधि प्रदान की जाएगी।
उन्होंने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय ने पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 93% अधिक अंक प्राप्त किए हैं। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने अपने पाठ्यक्रमों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सभी घटकों का समावेश किया है। विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने अनेक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में शोध पत्र प्रकाशित किए हैं और विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन किया है।
कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय ने सामाजिक दायित्वों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। उन्होंने बताया कि 137 टीवी मरीजों को गोद लेकर उन्हें पोषण पोटली भेजी गई है। इसके अलावा, विश्वविद्यालय ने कौशल विकास और रोजगार के लिए कई प्रयास किए हैं, जिसमें कैंपस साक्षात्कार और रोजगार मेलों का आयोजन शामिल है।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने इस वर्ष ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए प्रबंधन और प्रौद्योगिकी के पाठ्यक्रमों का शिक्षण प्रारंभ किया है। विश्वविद्यालय ने महिला शिक्षा, सुरक्षा और स्वास्थ्य जैसे विषयों पर भी सेवाएं प्रदान की हैं। इसके अतिरिक्त भी उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए आगामी आयोजनों के माध्यम से परिसर को और बेहतर बनाने की रूरपेखा साझा की।
कुलपति ने अंत में सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि वे समाज के उत्थान में अग्रणी भूमिका निभाएंगे। उन्होंने माननीय कुलाधिपति का विशेष अभिनंदन किया और कहा कि यह अवसर विद्यार्थियों के लिए एक सुंदर स्मृति बनेगा। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने शिक्षा, शोध और सामाजिक दायित्वों के क्षेत्र में अपनी प्रगति को दर्शाया है, जो कि मानवता के हित में निरंतर प्रयासरत है।
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