Mahatma Gandhi Kashi Vidyapeeth : संशोधित रिजल्ट से छात्र असंतुष्ट, जांच में पास नहीं हुए 50 से ज्यादा छात्र
स्नातक द्वितीय व तृतीय खंड में बड़ी संख्या में छात्र इस बार फेल हुए थे। इसे देखते हुए विद्यापीठ ने रिजल्ट से असंतुष्ट छात्रों से आवेदन मांगा ताकि संबधित विषयों की कापियों का दोबारा परीक्षण कराया जा सके। संशोधित रिजल्ट में करीब पांच सौ परीक्षार्थी पास हो गए।

जागरण संवाददाता, वाराणसी : स्नातक के संशोधित रिजल्ट में भी पास न होने से नाराज महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रों ने सोमवार को जमकर हंगामा किया। पंत प्रशासनिक भवन का चैनल गेट बंद कर छात्र करीब दो घंटे तक धरने पर बैठे रहे। इस दौरान छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कुलसचिव हरीश चंद के आश्वासन के बाद छात्रों ने धरना स्थगित किया।
स्नातक द्वितीय व तृतीय खंड में बड़ी संख्या में छात्र इस बार फेल हुए थे। इसे देखते हुए विद्यापीठ ने रिजल्ट से असंतुष्ट छात्रों से आवेदन मांगा ताकि संबधित विषयों की कापियों का दोबारा परीक्षण कराया जा सके। आवेदन करने वाले छह हजार परीक्षार्थियों की कापियों का परीक्षण कराने के बाद विश्वविद्यालय ने गत दिनों संशोधित रिजल्ट किया।
संशोधित रिजल्ट में करीब पांच सौ परीक्षार्थी पास हो गए। जबकि पहले जारी रिजल्ट में यह छात्र फेल थे। वहीं कापियों दोबारा परीक्षण कराने के बाद भी 50 से अधिक परीक्षार्थी पास नहीं हो सके। ऐसे छात्र अब तीसरी बार कापियों का परीक्षण कराने का दबाव बना रहा है। धरना-प्रदर्शन में मुख्य रूप से विकास मणि पाल, अभिषेक मिश्र, विवेक सिंह, सुधांशु शुभम सिंह, अभिषेक यादव सहित अन्य छात्र शामिल थे।
दाखिले के अभाव में काशी विद्यापीठ के हजारों छात्र नहीं भर सके छात्रवृत्ति का आवेदन
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के स्नातक व स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों में करीब आठ हजार छात्र पंजीकृत हैं। वहीं समय से दाखिला पूर्ण न होने के कारण महज 260 छात्रों ने शुल्क प्रतिपूर्ति व छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया है। काशी विद्यापीठ ही नहीं संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय सहित सूबे के अन्य उच्च शैक्षिक संस्थानों का यही हाल है। अंतिम तिथि बीत जाने के बाद भी हजारों छात्र छात्रवृत्ति के लिए आवेदन नहीं कर सके। छात्रों की नहीं विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों की निगाहें समाज कल्याण विभाग पर टिकी हुई है।
शुल्क प्रतिपूर्ति व छात्रवृत्ति के लिए आनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि दस नवंबर निर्धारित थी। वहीं शैक्षिक संस्थान को 15 नवंबर तक आवेदन अग्रसारित करना था। इस दौरान छात्रवृत्ति के लिए विद्यापीठ के 929 छात्रों ने समाज कल्याण विभाग के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया। वहीं 260 विद्यार्थी ही आवेदन सबमिट कर सके। 57 संबद्ध कालेजों ने छात्रवृत्ति का आवेदन अग्रसारित किया है। जबकि गत सत्र में विश्वविद्यालय से करीब 8500 छात्रों ने शुल्क प्रतिपूर्ति व छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया था।
इस प्रकार विश्वविद्यालय के ही हजारों छात्र शुल्क प्रतिपूर्ति व छात्रवृत्ति का आवेदन नहीं कर सके हैं। स्ववित्तपोषित संबद्ध कालेजों की स्थिति थोड़ी ठीक है। विद्यापीठ के कुलसचिव हरीश चंद ने छात्रहित में समाज कल्याण विभाग से आवेदन करने की अंतिम तिथि बढ़ाने का अनुरोध किया है। वहीं जिला समाज कल्याण विभाग ने तिथि बढऩे का भी संकेत दिया है।
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