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    Khel Mahakumbh: बनारस में 22 साल बाद होने जा रहा खेलों का महाकुंभ, 23 जून से होगा जिला ओलंपिक खेल का आयोजन

    खेलों का महाकुंभ जिला ओलिंपिक खेल का आयोजन बनारस में 22 साल बाद किया जाएगा। इस खेल महाकुंभ में 23 जून से दो जुलाई तक विभिन्न खेल मैदानों पर होने वाले खेल में लगभग आठ हजार खिलाड़ी अपनी प्रतिभा दिखाएंगे।

    By Riya.PandeyEdited By: Riya.PandeyUpdated: Sun, 18 Jun 2023 08:28 PM (IST)
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    बनारस में 22 साल बाद किया जाएगा खेलों का महाकुंभ जिला ओलिंपिक खेल का आयोजन

    जागरण संवाददाता, वाराणसी: खेलों का महाकुंभ जिला ओलिंपिक खेल का आयोजन बनारस में 22 साल बाद किया जाएगा। इस खेल महाकुंभ में 23 जून से दो जुलाई तक विभिन्न खेल मैदानों पर होने वाले खेल में लगभग आठ हजार खिलाड़ी अपनी प्रतिभा दिखाएंगे। इसकी तैयारी जोर-शोर से चल रही है।

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    बनारस में 22 साल बाद होगा जिला ओलंपिक खेल का आयोजन

    जिला ओलिंपिक संघ के सचिव शम्स तबरेज शम्पू के अनुसार बनारस में जिला ओलंपिक खेल का आयोजन आखिरी बार वर्ष 2001 में किया गया था। इसके बाद बजट के अभाव व अन्य वजहों से इसका आयोजन नहीं किया जा सका है। 22 सालों के बाद जिला ओलंपिक संघ के प्रयास के एक बार फिर जिला ओलंपिक खेल होगा। इसका पूरा शेड्यूल तक कर लिया गया है। इसकी शुरुआत 23 जून को होगी। इस बार 29 खेलों को शामिल किया गया है। इसमें ओलंपिक के साथ कुछ नान ओलंपिक खेल भी हैं। नान ओलंपिक खेलों को प्रचार-प्रसार व दर्शकों के आकर्षण के लिए रखा गया है। कई खेल पहली बार शामिल किए गए हैं। इनमें प्रमुख कयाकिंग व कैनोइंग व हैंड रेसलिंग हैं।

    प्रयागराज की तरह बनारस में भी होता है कयाकिंग व कैनोइंग का खेल

    प्रयागराज की तरह बनारस में कयाकिंग व कैनोइंग का खेल भी होता है। पड़ाव के पास गंगा में खिलाड़ी इसका अभ्यास करते हैं। वहीं अमेरिका में खासे प्रचलित हैंड रेसलिंग को उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ ने मान्यता दिया है। तीरंदाजी, निशानेबाजी, कुश्ती, नेटबाल जैसे खेलों के साथ योग व मलखंब जैसे पारंपरिक खेलों में खिलाड़ी मेडल के मुकाबला करेंगे।

    खेल में स्विमिंग को नहीं किया है शामिल

    जिला ओलंपिक खेल में स्विमिंग को शामिल नहीं किया जा सका है। बनारस में स्विमिंग पुल उपलब्ध नहीं होने की वजह से आयोजकों को ऐसा करना पड़ा है। प्रतियोगिताएं विभिन्न स्कूलों में होंगी। इसके लिए स्कूलों का भी चयन किया जा चुका है। जिला ओलंपिक संघ से बैनर तले होने वाले आयोजन में सभी खेलों के एसोसिएशन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। अपने-अपने खेलों के मुकाबले कराएंगे।