वाराणसी के लोको पायलट विद्यासागर की भी छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में हुए ट्रेन हादसे में मौत
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में वाराणसी के लोकोपायलट विद्यासागर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। अभी तक मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस सभी पहलुओं पर ध्यान रखकर जांच कर रही है।

वाराणसी निवासी लोको पायलट विद्याधर की हादसे के दौरान मौके पर ही मौत हो गई।
जागरण संवाददाता, वाराणसी/बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में हुए ट्रेन हादसे में वाराणसी निवासी लोको पायलट विद्यासागर की भी मौत हो गई। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में मंगलवार शाम चार बजे पैसेंजर ट्रेन के खड़ी मालगाड़ी से टकराने के कारण 10 यात्रियों की मौत मंगलवार को हो गई थी।
दुर्घटना में 25 से अधिक घायलों को विभिन्न अस्पतालों में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। प्राथमिक तौर पर संकेत हैं कि आटोमेटिक सिग्नल सिस्टम फेल होने के कारण यह दुर्घटना हुई। ट्रेन की गति तेज होने को भी दुर्घटना का कारण माना जा रहा है। रेलवे सुरक्षा आयुक्त को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
जयरामनगर और गोतरा स्टेशन के बीच गेवरा रोड-बिलासपुर मेमू लोकल पैसेंजर ट्रेन (68733) की इंजन का हिस्सा मालगाड़ी पर चढ़ गया, जिससे लोको पायलट विद्याधर की मौके पर मौत हो गई। साथ चल रही महिला लोको पायलट रश्मि राज ने दुर्घटना के ठीक पहले कूदकर जान बचा ली। उन्हें भी घायलों के साथ अस्पताल में भर्ती किया गया है।
अधिकारियों के अनुसार महिला पायलट बात नहीं कर पा रही थीं, अधिकारी उनसे पहले हादसे को लेकर बातचीत करेंगे। लोको पायलट विद्याधर का शव इंजन में ही फंस गया था। कटर का प्रयोग कर उनका शव निकालना पड़ा। उधर, रेलवे ने मृतकों के स्वजन को 10-10 लाख रुपये तथा राज्य सरकार ने पांच-पांच लाख रुपये आर्थिक सहायता की घोषणा की है।
गंभीर रूप से घायलों को रेलवे की तरफ से पांच लाख और सामान्य घायलों को एक लाख रुपये दिए जाएंगे। राज्य सरकार की ओर से घायलों के लिए 50 हजार आर्थिक सहायता की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने दुर्घटना को अत्यंत दुःखद और पीड़ादायक बताते हुए दिवंगत हुए यात्रियों के स्वजन के प्रति संवेदना व्यक्त की है।

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