जौनपुर में बीते वर्ष सौंपी गई थीं 1257 रिक्तियों की सूची, एक को भी नहीं मिली नौकरी
बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने को आठ विभागों से 1257 रिक्तियों की सूचना ली तो गई लेकिन एक वर्ष बाद भी किसी को नौकरी नहीं मिल सकी है। इस तैयारी के फ्लाप होने के साथ ही युवाओं की आस धरी की धरी रह गई।

जागरण संवाददाता, जौनपुर। बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने को आठ विभागों से 1257 रिक्तियों की सूचना ली तो गई, लेकिन एक वर्ष बाद भी किसी को नौकरी नहीं मिल सकी है। जिले में अधिक से अधिक रोजगार सृजन को बकायदा जिला रोजगार समिति का गठन तक किया गया, लेकिन आगे इस पर कुछ नहीं किया जा सका। प्रमुख विभागों से अकुशल के साथ ही कुशल बेरोजगारों की जानकारी मांगी गई थी। इस उदासीनता से अभी तक बेराेजगारों का नौकरी पाने सपना साकार नहीं हो सका है। इस तैयारी के फ्लाप होने के साथ ही युवाओं की आस धरी की धरी रह गई।
पूर्व में कोरोना काल के दौरान बड़ी संख्या में प्रवासियों का पलायन हुआ था, जिनके समक्ष सबसे अधिक चुनौती रोजगार की थी। इस समस्या का हल निकालने के लिए 60 हजार प्रवासी कुशल श्रेणी में चिन्हित किए गए, जिन्हें अलग-अलग क्षेत्रों में उनकी योग्यता के अनुसार नौकरी दिलाए जाने की प्रक्रिया शुरू की गई। इसी क्रम में सभी विभागों से रिक्तियों की सूचना मांगी गई, जिससे उन्हें रोजगार मुहैया कराया जा सके। इसकी जिम्मेदारी जिला सेवायोजन कार्यालय को सौंपी गई थी। साथ ही सीडीओ को इसकी मानीटरिंग करने को कहा गया था।
इन विभागों ने दी थी जानकारी
नगरीय विकास अभिकरण: 183
सेतु निर्माण इकाई : 28
जल निगम: 170
जिला पंचायत: 151
निजी उद्योगों से: 100
विद्युत विभाग: 50
सीएडंडीएस: 54
परिवहन निगम: 21
गन्ना विभाग: 500
बेरोजगारों को समायोजित करने की तैयारी की जाएगी
विभागों में रिक्तियों की सूचना मुख्य विकास अधिकारी को सौंप दी गई थी। साथ ही इसकी जानकारी शासन को भी मुहैया करा दी गई है। वहां से निर्देश मिलने के बाद बेरोजगारों को समायोजित करने की तैयारी की जाएगी।
- राजीव कुमार सिंह, जिला सेवायोजन अधिकारी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।