खत्री समाज ने जाति के आधार पर कभी नहीं मांगा आरक्षण : टंडन
जागरण संवाददाता, वाराणसी : जातिवाद बहुत बड़ी सामाजिक कुरीति है। खत्री समाज ने कभी भी जाति
जागरण संवाददाता, वाराणसी : जातिवाद बहुत बड़ी सामाजिक कुरीति है। खत्री समाज ने कभी भी जाति के आधार पर अपने लिए आरक्षण की मांग नहीं की, न ही कभी सरकार से कोई अपेक्षा की। बल्कि अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए सामाजिक योगदान का प्रयास निरंतर जारी रखा। यह बातें कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन ने खत्री हितकारिणी सभा के शताब्दी वर्ष समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कही। छावनी क्षेत्र स्थित मल्टीपरपज लॉन में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी संस्था यदि सौ वर्षो तक निरंतर चलती है तो ये समाज का बहुत बड़ा योगदान माना जाता है। हम सबका का ये दायित्व है कि वर्तमान पीढ़ी को संस्कारों की थाती सौंपते हुए भावी पीढ़ी के लिए उपयुक्त माहौल की व्यवस्था करें। इस दौरान विशिष्ट अतिथि इंद्र तलवार की ओर से उनके पुत्र मनीष तलवार ने वृद्धाश्रम के लिए 19 बिस्वा भूमि सभा को उपलब्ध कराने की घोषणा की। वहीं सनबीम शिक्षण समूह के चेयरमैन दीपक मधोक ने वृद्धाश्रम भवन निर्माण के लिए 11 लाख रूपये उपलब्ध कराने की घोषणा की। कार्यक्रम में 'खत्री गौरव स्मारिका' का विमोचन करने के साथ ही समाज के बुजुर्गो का सम्मान किया गया। वहीं भांगड़ा, गिद्धा के साथ पंजाबी लोकगीतों से सराबोर सांस्कृतिक संध्या का समाज के लोगों ने लुत्फ उठाया। स्वागत सभा के अध्यक्ष राकेश टंडन, संचालन अंकिता खत्री व धन्यवाद ज्ञापन आलोक कपूर ने किया। इस अवसर पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुनील मेहरोत्रा, ज्वाइंट सेक्रेटरी शम्मी खत्री, मुकेश कक्कड़, वासुदेव ओबेराय, जगन्नाथ कपूर, विजय नारायण कपूर, डा. अंकुर चड्ढा, दीपक बहल आदि उपस्थित थे।
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