विश्वनाथ धाम से विशालाक्षी मंदिर तक सुगम राह के लिए खरीदे जाएंगे भवन, मीरजापुर में खुलेगा वैदिक शिक्षा केंद्र
वाराणसी के श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर की मीरजापुर के ककरही स्थित जमीन पर वैदिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बनेगा। मंदिर न्यास परिषद की बैठक में विशालाक्षी माता मंदिर तक सुगम आवागमन के लिए भवन क्रय को भी मंजूरी मिली। सारनाथ के बेनीपुर स्थित संकट हरण हनुमान मंदिर का विकास होगा। मंदिर में दर्शनार्थियों के परिचय पत्रों का नवीनीकरण होगा और संस्कृत विद्यार्थियों को डीबीटी से मदद मिलेगी।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर की मीरजापुर के ककरही स्थित भूखंड पर वैदिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान बनाया जाएगा। वहां मंदिर की 46 बीघा जमीन है। गुरुवार को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद की कमिश्नरी सभागार में हुई 108वीं बैठक में इस प्रस्ताव पर सहमति बन गई।
इसके अलावा श्रीकाशी विश्वनाथ धाम से शक्ति पीठ विशालाक्षी माता मंदिर तक श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन के लिए भवन क्रय के प्रस्ताव का भी न्यास सदस्यों ने सर्वसम्मति से अनुमोदन कर दिया। तय किया गया कि सारनाथ के बेनीपुर स्थित संकट हरण हनुमान मंदिर का विकास किया जाएगा। परिसर स्थित गोशाला का आधुनिकीकरण भी किया जाएगा।
लगाए जाएंगे उच्च गुणवत्ता के कैमरे
इसके अलावा धाम सुरक्षा सुदृढ़ीकरण की दृष्टि से कंट्रोल रूम व कैमरों का उच्चीकरण व आधुनिकीकरण किया जाएगा। सुगम दर्शन व्यवस्था के साथ वैकल्पिक रूप में लड्डू प्रसाद एवं रुद्राक्ष माला प्रदान किए जाने, संगम तीर्थ जल आदान-प्रदान योजना में समस्त ज्योतिर्लिंगों को जोड़ने का अनुमोदन किया गया।
दैनिक दर्शनार्थी परिचय पत्रों का होगा नवीकरण
मंदिर में दैनिक दर्शनार्थियों के परिचय पत्रों का समय-समय पर नवीनीकरण किया जाएगा। यह प्रक्रिया लंबे समय से बंद थी। इससे दर्शनार्थियों को परेशानी उठानी पड़ रही थी। दंडी संन्यासियों को पूर्व की तरह प्रतिदिन प्रसाद-भोजन व दक्षिणा दी जाएगी।
डीबीटी से संस्कृत विद्यार्थियों को मदद
नगर के समस्त माध्यमिक संस्कृत विद्यालयों को वस्त्र, पुस्तक, कंबल, स्वेटर, यूनिफार्म आदि खरीद के लिए धनराशि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के जरिए उपलब्ध कराई जाएगी। मंदिर प्रशासन की ओर से संस्कृत सेवा की दृष्टि से दो साल पहले यह योजना शुरू की गई थी। बैठक की अध्यक्षता मंडलायुक्त एस राजलिंगम ने की।
न्यास सदस्य सचिव एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा, प्रमुख सचिव न्याय के प्रतिनिधि बालाकृष्ण एन. रंजन, विशेष सचिव एवं अपर विधि परामर्श वित्त विभाग के प्रतिनिधि मुख्य कोषाधिकारी, अपर पुलिस उपायुक्त सुरक्षा, शृंगेरी शंकराचार्य के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए।
धाम में स्थापित होगा अत्याधुनिक डिजिटल संग्रहालय
इस दौरान श्रीकाशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद की 14वीं व कार्यपालक समिति की 64वीं बैठक हुई। इसमें धाम में अत्याधुनिक डिजिटल संग्रहालय स्थापित करने के प्रस्ताव रखा गया। सदस्यों ने सर्वसम्मति से इसका अनुमोदन कर दिया।
धाम की व्यावसायिक गतिविधियों को गति देने के लए इम्पोरियम में रिक्त स्थलों का आवंटन और धाम परिसर की परिसंपत्तियों के संचालन को किराया दरों का पुनरीक्षण करने का निर्णय लिया गया।
विभिन्न श्रेणी के कार्मिकों के मानदेय को औचित्यपूर्ण बनाने और मंदिर में कार्यरत पूर्णकालिक कार्मिकों के लिए गत वर्ष की भांति महंगाई भत्ते में वृद्धि का अनुमोदन किया गया। तय किया गया कि परिषद द्वारा विकसित विशेषज्ञता व एसओपी को कंसल्टेंसी सेवाओं के रूप में उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे परिषद की आयवृद्धि के नए मार्ग प्रशस्त होंगे।
परिषद द्वारा विकसित तकनीकी समाधान, एसओपी व प्रबंधन सुविधाओं को इच्छुक संस्थाओं को नियत शुल्क पर उपलब्ध कराया जाएगा। इससे परिषद की आय में वृद्धि होगी और धाम की गतिविधियों का और अधिक आधुनिकीकरण व सुदृढ़ीकरण संभव हो सकेगा। इस दौरान बैलेंस शीट का अनुमोदन किया गया।
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