Varanasi News: काशी विश्वनाथ धाम में निश्शुल्क ई-रिक्शा, लाइव दर्शन, डिजिटल पूजा की सुविधा
सावन में श्रीकाशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों के लिए मैदागिन से गोदौलिया तक मुफ्त ई-रिक्शा की व्यवस्था की गई है। चिकित्सा पेयजल और बच्चों ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, वाराणसी। सावन में श्रीकाशी विश्वनाथ का दर्शन करने आने वाले असहाय श्रद्धालुओं के लिए मैदागिन से गोदौलिया तक निश्शुल्क ई-रिक्शा की व्यवस्था होगी। आपात स्थिति में चिकित्सा, गुड़-पानी, ग्लूकोज/ ओआरएस घोल, सूक्ष्म जलपान व बच्चों के लिए बिस्किट, टाफी, चाकलेट आदि की सुविधा मिलेगी। नवजात शिशुओं के दुग्धपान के लिए केबिन बनाया जाएगा।
घर बैठे लाइव दर्शन और डिजिटल पूजा कर सकेंगे। मंदिर प्रशासन सावन में बाबा भक्तों के लिए कुछ इस तरह के प्रबंध कर रहा। प्रशासनिक अधिकारियों का अनुमान अबकी एक करोड़ श्रद्धालुओं के आने का है।
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एंड टू एंड बैरिकेडिंग की जा रही है। छाया के लिए जर्मन हैंगर लग गए हैं। श्रद्धालुओं को सभी पांच द्वारों से प्रवेश दिया जाएगा। गंगा में पानी बढ़ने पर ललिता घाट की ओर से प्रवेश अस्थायी रूप से बंद किया जा सकता है। पूरे सावन माह में प्रोटोकाल दर्शन पूरी तरह से बंद रहेगा।
पांच स्थानों पर रहेगी चिकित्सा की सुविधा
धाम परिसर में पांच स्थानों पर चिकित्सा की व्यवस्था की जा रही है जिससे किसी श्रद्धालु को स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर तत्काल प्राथमिक चिकित्सा दी जा सके। इसके लिए हेल्थ डेस्क पर तीन पाली में चिकित्सकों की ड्यूटी लगेगी। प्रत्येक पाली में दो चिकित्सकों की टीम उपलब्ध रहेगी। मंदिर की दो एंबुलेंस भी तैनात रहेगी जिनमें एक एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम से युक्त है।
घाट, स्टेशन व चौराहों पर भी बाबा का दर्शन
स्मार्ट सिटी के सहयोग से धाम परिसर व नगर के विभिन्न स्थलों पर बाबा विश्वनाथ की आरती व शृंगार दर्शन की डिजिटल दर्शन की व्यवस्था होगी। इसका एलईडी पर लाइव प्रसारण किया जाएगा। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी भगवान के दर्शन की आनलाइन स्ट्रीमिंग की जाएगी।
छह स्थानों पर बनेंगे खोया-पाया केंद्र
अत्यधिक भीड़ को देखते हुए धाम परिसर में शंकराचार्य चौक, गेट क्रमांक एक गंगा निकास द्वार, गेट नंबर दो सरस्वती फाटक व गेट नंबर चार मुख्य प्रवेश द्वार व ललिता घाट पर खोया-पाया केंद्र बनाए जा रहे हैं।
दर्शन के लिए आने वाले इन बातों का रखें ध्यान
- धाम में बैग, मोबाइल, पेन, धातु की वस्तुएं लेकर न आएं।
- भीड़ के कारण निश्शुल्क बैगेज काउंटर संचालित नहीं होंगे। अत: अपने बैग होटल में या बाहर कहीं सुरक्षित स्थान पर छोड़कर आएं।
- खाली पेट कतार में न लगें, अन्यथा स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है।
- किसी भी प्रकार के दलालों के झांसे में न आएं।
- यदि कोई विशेष दर्शन के नाम पर धन मांगता है अथवा अपनी दुकान से प्रसाद लेने पर दर्शन में सहायता का दावा करता है, तो वह ठगने का प्रयास कर रहा है। तत्काल निकटतम पुलिस या मंदिर कर्मी को सूचित करें।

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