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    Kashi Vishwanath परिसर का दर्शन कराएगा अब मोबाइल फोन, हाईटेक टेक्नोलॉजी के माध्‍यम से कुछ इस तरह मिलेगा लाभ

    By Saurabh ChakravartyEdited By:
    Updated: Tue, 06 Sep 2022 08:10 PM (IST)

    जल्‍द ही काशी विश्‍वनाथ मंदिर परिसर में देवालयों के दर्शन-पूजन में आपका हमराही बनेगा मोबाइल फोन। इस दिशा में हाईटेक टेक्नोलाजी को लाने का प्रयास भी शुरू हो गया। इसके लिए काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद और नार्दन कोल इंडिया लिमिटेड के बीच गत दिनों एक एमओयू साइन हुआ।

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    जल्‍द ही काशी विश्‍वनाथ मंदिर परिसर में देवालयों के दर्शन-पूजन में आपका हमराही बनेगा मोबाइल फोन।

    वाराणसी, जागरण संवाददाता। जल्‍द ही काशी विश्‍वनाथ मंदिर परिसर में देवालयों के दर्शन-पूजन में आपका हमराही बनेगा मोबाइल फोन। इस दिशा में हाईटेक टेक्नोलाजी को लाने का प्रयास भी शुरू हो गया। एक करोड़ से ज्‍यादा की कीमत में एक खास साफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है। इसके बाद आपका फोन ही धाम के दर्शन के दौरान गाइड की भूमिका निभाएगा। इस साफ्टवेयर की खास बात ये होगी कि जैसे ही श्रद्धालु बाबा धाम में आएंगे उनका मोबाइल फोन ब्लूटूथ के जरिए इससे कनेक्ट हो जाएगा और फिर जैसे-जैसे कोई भवन या मन्दिर आएगा उसकी जानकारी आडियो के माध्यम से मोबाइल फोन के जरिए श्रद्धालु जान सकेंगे।

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    नार्दन कोल इंडिया लिमिटेड और परिषद के बीच हुआ एमओयू

    पहले चरण में सवा करोड़ रुपये खर्च करने की बनी सहमति श्री काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद और नार्दन कोल इंडिया लिमिटेड के बीच गत दिनों एक एमओयू साइन हुआ, जिसमें नार्दन कोल इंडिया लिमिटेड की ओर से श्री काशी विश्वनाथ धाम में आने वाले लोगों के लिए ऑडियो गाइड सहित कई अन्य व्यवस्थाओं पर खर्च किया जाएगा। मंडलायुक्त कार्यालय में हुए इस एमओयू में दोनों संस्थानों के अधिकारी उपस्थित होकर इस कार्य को पूर्ण कराया।

    मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि परिषद की ओर से मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल और नार्दन कोल इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन भोला सिंह ने इस एमओयू को सहमति प्रदान की है। इसमें एक करोड़ 28 लाख रुपए खर्च किया जाएगा। इस राशि से श्री काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं के लिए ऑडियो गाइड तैयार किया जाएगा। वहीं डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी बनाई जाएगी, साथ ही एक अत्याधुनिक कॉन्फ्रेंस हाल भी तैयार कराया जाएगा। एमओयू के दौरान नार्दन कोल इंडिया लिमिटेड के जनरल मैनेजर सीएसआर एके सिंह सहित कई लोग उपस्थित रहे।

    किसी गाइड की जरूरत नहीं होगी

    इस साफ्टवेयर के तैयार होने के बाद यहां हर रोज आने वाले हजारों पर्यटकों को सीधे इसका फायदा मिलेगा. उन्हें बाबा के धाम को घूमने के लिए किसी गाइड की जरूरत नहीं होगी। इसके अलावा इस आडियो गाइड के जरिए वो धाम के बारे में सही-सही जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। बता दें कि बाबा विश्वनाथ के धाम में 60 से अधिक ऐतिहासिक मन्दिर हैं। इसके अलावा दो म्यूजियम और भी कई खास भवन यहां स्थापित हैं जिसका इतिहास अपने आप में अनूठा है।