काशी विश्वनाथ धाम कारिडोर : सामने आने लगा बाबा के दरबार का अक्स, देखें ताजा तस्वीरें
वाराणसी में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर विस्तारीकरण व सुंदरीकरण परियोजना के तहत बाबा दरबार से गंगधार तक बन रहे कारिडोर का अक्स उभर कर सामने आना लगा है। कुल 23 कार्यों में 15 का स्ट्रक्चर तैयार हो गया है तो पांच को अब फाइनल टच दिया जा रहा है।

वाराणसी [प्रमोद यादव]। काशी के सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में सर्वप्रमुख बाबा दरबार का विस्तारीकरण अब पूरा होने ही वाला है। लोकसभा चुनाव के पूर्व की सरकार की मंशा के अनुरूप ही प्रदेश सरकार के प्रयासों के बाद अब बाबा दरबार का भव्य स्वरूप सामने आने लगा है। इसकी वजह से अब बाबा दरबार वैश्विक स्तर पर एक शानदार परिसर के तौर पर अपनी पहचान कायम करने जा रहा है। माना जा रहा है कि इस साल बाबा दरबार विस्तारीकरण परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता को लोकार्पित कर देंगे।
समय के साथ श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर विस्तारीकरण व सुंदरीकरण परियोजना के तहत बाबा दरबार से गंगधार तक बन रहे कारिडोर का अक्स उभर कर सामने आना लगा है। कुल 23 कार्यों में 15 का स्ट्रक्चर तैयार हो गया है तो पांच को अब फाइनल टच दिया जा रहा है। इसे पखवारे भर में पूरा कर लिया जाएगा। इसमें पूरे प्रोजेक्ट का शोकेस गोदौलिया गेट के साथ ही सबसे बड़ा व ऊंचा क्षेत्र मंदिर चौक शामिल हैं तो भोगशाला, शाप नंबर एक और यात्री सुविधा केंद्र एक व दो शामिल हैं। खास यह कि मुख्य परिसर में भी परिक्रमा गैलरी व एक गेट तैयार कर लिया गया है। चुनार पत्थर का कार्य 25 सितंबर तक पूरा हो जाएगा और मार्बल लगाया जाने लगेगा। फिलहाल सामान व मशीन उपकरण लाने के लिए तीन भवनों का सिर्फ प्लेटफार्म तैयार किया गया है। अभी गंगा गेट, रैंप समेत चार भवनों के प्रस्ताव भेजे गए हैं।
परियोजना पूर्णता लक्ष्य | 15 नवंबर |
अब तक पूर्ण कार्य | 67 फीसद |
अक्टूबर तक लक्ष्य | 80 फीसद |
निर्माण लागत | 339 करोड़ |
जमीन खरीद में खर्च | 400 करोड़ |
कुल क्षेत्रफल | 50200 वर्ग मी. |
निर्माण क्षेत्र | 14000 वर्ग मी. |
काशी विश्वनाथ धाम कारीडोर का यह सड़क मार्ग से मुख्य प्रवेश द्वार गोदौलिया गेट बनकर तैयार हो चुका है।
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर मुख्य परिसर का पूर्वी द्वार जो कारीडोर के मंदिर चौक में खुलता है, यह क्षेत्र भी बनकर लगभग तैयार हो चुका है।
मंदिर चौक के भीतर का हिस्सा जहां इस समय जमीन पर काम जारी है, जबकि चुनार के पत्थरों का काम पूरा हो चुका है।
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम कारीडोर का परिक्रमा स्थल जहां पर मंदिर दर्शन करने वाले आस्थावान मंदिर की परिक्रमा करेंगे।
श्री काशी विश्वनाथ धाम कारीडोर का म्यूजियम जहां पर बाबा दरबार का इतिहास ही नहीं पौराणिक महत्व भी होगा संरक्षित।
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर का मुख्य परिसर और बाहर मंदिर का चौक क्षेत्र जहां पर आकार ले रहा है बाबा धाम कारीडोर।
श्री काशी विश्वनाथ कारीडोर परिसर का मंदिर चौक, यह कारीडोर सबसे बड़ा क्षेत्र है। इसमें श्रद्धालु सुविधाएं विकसित की गई हैं। इसमें ही बनारस गैलरी होगी जहां बनारस से संबंधित हस्तशिल्प और साहित्य आदि उपलब्ध होंगे।
काशी विश्वनाथ धाम कारीडोर का गंगा छोर जहां बनेगा मणिकर्णिका गेट और दिव्यांग व वृद्धजन के लिए रैंप का भी निर्माण होगा। यहां पर बाबा दरबार सीधे गंगा तट पर जुड़ेगा।
काशी विश्वनाथ धाम कारीडोर का काम 30 नवंबर 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। अब तक 23 भवनों स्वीकृत हैं जिनका काम इस अवधि में पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा अभी मणिकर्णिका गेट, रैंप, कैफेटेरिया, समेत चार कार्यों का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। स्वीकृति मिलने पर इसका भी काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए अतिरिक्त समय और बजट दिया जाएगा। ऐसे में माना जा रहा है के निर्माण लागत 400 करोड़ से ऊपर हो जाएगी। फिलहाल इसके लिए 431 करोड़ का आंकलन किया गया है। माना जा रहा है कि इस बाद देव दीपावली के दिन ही बाबा दरबार विस्तारीकरण और सुंदरीकरण परियोजना का प्रधानमंत्री लोकार्पण कर सकते हैं।
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