UP News: विश्वनाथ कॉरिडोर ने बदली काशी की आर्थिकी, राजस्व में हुई 75 प्रतिशत की वृद्धि
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद वाराणसी की अर्थव्यवस्था में बड़ा बदलाव आया है। राजस्व में 75% तक की वृद्धि हुई है और पर्यटकों की संख्या 12 गुना तक बढ़ गई है। BHU के अर्थशास्त्र विभाग के अनुसार हैंडीक्राफ्ट बनारसी साड़ी जैसे उत्पादों से जुड़े व्यवसाय में वृद्धि हुई है।
शैलेश अस्थाना, वाराणसी, जागरण। साढे तीन वर्ष पूर्व नव्य-भव्य श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर ने वाराणसी की अर्थव्यवस्था को बदल दिया है। वाराणसी के कुल राजस्व में 75 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हुई है। कॉरिडोर बनने से एक वर्ष पहले ही काशी आने वाले पर्यटकों की संख्या 12 गुना तक बढ़ गई थी जिसमें निरंतर वृद्धि जारी है।
श्री काशी विश्वनाथ धाम के नवनिर्माण के पश्चात बीएचयू के अर्थशास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. बीवी सिंह व उनके शोध छात्रों की टीम ने बनारस की आर्थिकी पर श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के प्रभाव का विस्तृत अध्ययन किया।
शोध टीम ने पाया कि श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के नव निर्माण के बाद पूरे देश भर से भक्तों का प्रवाह अचानक बढ़ा और यह लगातार चल रहा है। देशी-विदेशी पर्यटकों व श्रद्धालुओं के लगातार आगमन का प्रभाव यह हुआ कि बनारस की पहचान कहे जाने वाले
उत्पादों जैसे हैंडीक्राफ्ट, बनारसी साड़ी, गुलाबी मीनाकारी और धातु की छोटी मूर्तियां आदि इन सभी से जुड़े व्यवसाय में जबरदस्त वृद्धि हुई है। स्थानीय दुकानदारों, पंडों पुजारियों, ट्रैवल एजेंट, ई-रिक्शा, आटो व टैक्सी चालकों, नाविकों, पूजन सामग्री बेचने वाले, ठेला-खोमचे व छोटे व्यापारी सबकी आय कई गुना बढ़ी है।
काशी में सबसे ज्यादा पर्यटन क्षेत्र में 50 प्रतिशत रोजगार बढ़ा है। नाविकों की 90 प्रतिशत और होटल संचालकों की आय 80 प्रतिशत तक बढ़ी है। बहुत से असंगठित व्यवसाय संगठित रूप लेने लगे हैं। कह सकते हैं कि ब्रांड 'बनारस' की धाक पूरे देश ने स्वीकार की है।
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