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    दक्षिण से उत्तर तक एक छत के नीचे रहेंगे श्रद्धालु, काशी में पहली बार सभी तीर्थयात्रियों के लिए खुली धर्मशाला

    Updated: Sat, 01 Nov 2025 07:00 AM (IST)

    काशी में पहली बार, एक अनूठी धर्मशाला का उद्घाटन हुआ है जहाँ दक्षिण से उत्तर तक के तीर्थयात्री एक ही छत के नीचे ठहर सकेंगे। इस धर्मशाला में आधुनिक सुविधाएं हैं, जिससे श्रद्धालुओं को आवास ढूंढने की चिंता से मुक्ति मिलेगी और वे आराम से अपनी यात्रा का आनंद ले सकेंगे। यह तीर्थयात्रियों के लिए एक बड़ी राहत है।

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    जागरण संवाददाता, वाराणसी। दर्शन-पूजन के लिए काशी आने वाले तीर्थयात्री सिगरा पर तमिलनाडु की श्रीकाशी नाट्टुकोट्टई नगर क्षत्रम प्रबंधन सोसाइटी की ओर से बनवाई गई 10 मंजिल की भव्य धर्मशाला में रह सकेंगे।

    यह पहली बार है कि सोसाइटी की धर्मशाला में सभी राज्यों के तीर्थयात्री भी रहेंगे। अभी तक इस सोसाइटी की धर्मशालाओं में दक्षिण के राज्यों के लोग ही ठहर सकते थे। इस वर्ष दिसंबर में धर्मशाला के शुरू होने की संभावना है और इसके संचालन के लिए तमिलनाडु से विशेष टीम आएगी।

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    तीर्थयात्री कमरे के लिए ऑनलाइन बुक कर सकेंगे। इस शानदार इमारत में तीन सितारा होटल जैसी सुविधा मिलेगी। 15 हजार वर्गफीट जमीन पर बनी धर्मशाला में 140 कमरे हैं और सभी एसी हैं।

    पहली मंजिल पर 25 सुइट के साथ भूतल पर बैंक्वेट हाल भी है। अभी कमरों का किराया तय नहीं हुआ है, लेकिन एक कमरे के लिए एक दिन का 1500 रुपये तक किराया हो सकता है। परिसर में 175 कारों की पार्किंग है।

    भोजन के लिए कैंटीन होगी, जिसमें सभी को एक जैसा भोजन परोसा जाएगा। पूरा परिसर 62 हजार वर्गफीट का है और खाली बची जमीन पर बाग लगाया जाएगा और इसके फूल बाबा विश्वनाथ को अर्पित किए जाएंगे। परिसर में मौजूद शिव मंदिर में भव्य आरती होगी।

    समय-समय पर अन्य धार्मिक आयोजन होंगे। यहां ठहरने वाले तीर्थयात्रियों को काशी में होने वाली सभी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की जानकारी भी दी जाएगी।

    तीन साल पहले जमीन को कराया गया था कब्जा मुक्त

    श्रीकाशी नाट्टुकोट्टई नगर क्षत्रम प्रबंधन सोसाइटी की इस जमीन को कमिश्नरेट पुलिस ने 2022 में कब्जे से मुक्त कराया था। कब्जा होने से पहले इस जमीन पर बाग था जिसके फूल श्रीकाशी विश्वनाथ को चढ़ाए जाते थे। कब्जा करने वाले जमीन का व्यावसायिक इस्तेमाल कर रहे थे। इसकी कीमत 240 करोड़ रुपये आंकी गई थी।