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    वाराणसी में 'एक दीया बलिदानियों के नाम' कार्यक्रम में उमड़ा देशभक्ति का सैलाब

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Fri, 17 Oct 2025 06:30 PM (IST)

    वाराणसी में दैनिक जागरण और पुलिस प्रशासन द्वारा 'एक दीया बलिदानियों के नाम' कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें 1.51 लाख दीप जलाकर बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम में सभी वर्गों के लोगों ने भाग लिया और देशभक्ति के रंग में रंग गए। विभिन्न समुदायों ने पारंपरिक वेशभूषा में देशभक्ति गीत और नृत्य प्रस्तुत किए, जिससे माहौल और भी उत्साहपूर्ण हो गया।

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    एक साथ 1.51 लाख दीप जलाए गए तो आयोजन लघु भारत काशी में रोशन हो उठा।

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। दैन‍िक जागरण और पुल‍िस प्रशासन के साझा आयोजन में शुक्रवार की शाम हर हृदय में उमड़ते देशभक्ति के ज्वार, बलिदानियों के प्रति प्यार और उनकी वीरता की गाथाओं की बहती रसधार को शुक्रवार को एक नया आधार मिला, एक साथ 1.51 लाख दीप जलाए गए तो आयोजन लघु भारत काशी में रोशन हो उठा।

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    जब इतनी बड़ी संख्या में लोगों ने दीप जलाए, तो काशी के इतिहास में एक नया पन्ना भी इसी के साथ जुड़ गया। दीपावली के पूर्व यह आयोजन रोशनी की झड़ी बिखेर द‍िया। मातृभूमि की बलिवेदी पर अपने अमर बलिदान देने वाले बलिदानियों के स्वजन की पीड़ा इस प्रकाश में भले ही पूरी तरह मिट न जाए, लेकिन उनके हृदय के अंधकार और नैराश्य अवश्य छंटेंगे।

    ‘एक दीया बलिदानियों के नाम’ में वाराणसी के सभी वर्गों के लोग शामिल हुए तो पुल‍िस लाइन ग्राउंड मानो लघु भारत नजर आया। कार्यक्रम में वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट, सामाजिक, साहित्यिक, धार्मिक, राजनीतिक, शैक्षिक, कर्मचारी और पेशेवर संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे तो आम जनता का भी इस अनूठे आयोजन से जुड़ाव हुआ।

    शाम चार बजे से शुरू होने वाले इस कार्यक्रम में काशी का हर वर्ग, हर समाज ने अपना योगदान द‍िया। मारवाड़ी, सिंधी, पंजाबी, गुजराती, मराठी, अग्रवाल, बंग, माहेश्वरी, आंध्र, तेलुगु, कन्नड़, तमिल, ओडिशी, खत्री, मैथिली आदि सभी समाज अपनी पारंपरिक वेशभूषा में उपस्थित होकर बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही, उन्‍होंने अपनी-अपनी भाषा में देशभक्ति पर आधारित लोकनृत्यों और गीतों के माध्यम से बलिदानियों की अमर गाथा भी प्रस्तुत क‍िया तो आयोजन को मानो और भी गत‍ि म‍िल गई। 

    इस आयोजन में स्टांप एवं पंजीयन शुल्क मंत्री रवींद्र जायसवाल, आयुष मंत्री डा. दयाशंकर मिश्र दयालु, महापौर अशोक कुमार तिवारी, एमएलसी धर्मेंद्र राय, पद्मभूषण पं. देवी प्रसाद द्विवेदी, पद्मश्री डा. राजेश्वर आचार्य, पद्मश्री डा. रजनीकांत, पद्मश्री पं. शिवनाथ मिश्र, इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरके चौधरी, अग्रवाल समाज के सभापति संतोष कुमार अग्रवाल, पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल, एडीजी पीयूष मोर्डिया, अपर पुलिस आयुक्त कानू व्यवस्था एवं मुख्यालय शिवहरि मीणा, अपर पुलिस आयुक्त अपराध राजेश कुमार सिंह डीसीपी वरुणा प्रमोद कुमार, डीसीपी काशी गौरव बंशवाल, एडसीपी लाइन्स डा. इशान सोनी, आरआइ रमाकांत पांडेय आद‍ि शाम‍िल रहे।