Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'उत्तर-दक्षिण संगम का उदाहरण है काशी', VP राधाकृष्णन ने कहा- 'भक्ति ही नहीं ज्ञान के लिए भी आते हैं तमिलनाडु के लोग'

    Updated: Sat, 01 Nov 2025 02:00 AM (IST)

    उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन ने कहा कि काशी उत्तर और दक्षिण के संगम का प्रतीक है। तमिलनाडु से लोग यहाँ न केवल भक्ति, बल्कि ज्ञान प्राप्त करने भी आते हैं। उन्होंने काशी की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्वता पर प्रकाश डालते हुए तमिलनाडु और काशी के बीच गहरे संबंध को रेखांकित किया। काशी प्राचीन काल से ही ज्ञान और भक्ति का केंद्र रहा है।

    Hero Image

    उत्तर और दक्षिण के संगम का अद्भुत उदाहरण है काशी : सीपी राधाकृष्णन। (फोटो-एक्स)

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। उप राष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने काशी को उत्तर-दक्षिण के संगम का अद्भुत उदाहरण बताया। कहा कि सदियों से उत्तर भारत के लोग रामेश्वरम् और दक्षिण के लोग काशी आ रहे हैं।

    तमिलनाडु के लोग भक्ति ही नहीं ज्ञान के लिए भी काशी आते रहे हैं। महाकवि सुब्रह्मण्य भारती तो काशी के होकर रह गए। उप राष्ट्रपति राधाकृष्णन शुक्रवार को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम को पूजन सामग्री अर्पित करने वाले श्रीकाशी नाट्टुकोट्टई नगर क्षेत्रम् प्रबंधन सोसाइटी द्वारा निर्मित धर्मशाला का लोकार्पण किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन्होंने सिगरा स्थित 62,000 वर्गफीट इस अतिक्रमित भूमि की पुनप्र्राप्ति का हवाला देते हुए धर्मशाला के निर्माण को धर्म की जीत बताया। कहा कि धर्म पर कुछ समय के लिए संकट आ सकता है, लेकिन वह हमेशा नहीं रहता है।

    इस बात की साक्षी है काशी में बनी यह धर्मशाला। वर्ष 2022 में योगी सरकार के आदेश पर कमिश्नरेट पुलिस ने इस जमीन को कब्जे से मुक्त कराया था। इस जमीन पर 60 करोड़ रुपये की लागत से 140 कमरों की 10 मंजिल की धर्मशाला बनाई गई है।

    उप राष्ट्रपति ने अपनी पिछली यात्राओं को याद करते हुए कहा कि वर्ष 2000 में काशी आए थे और गंगा में स्नान किया था। यहां से लौटकर गए तो हमेशा के लिए शाकाहारी बन गए। 2014 के लोकसभा चुनाव के समय आए। तब की काशी और आज की काशी में जमीन-आसमान का अंतर है।

    इस कालखंड में इस शहर ने विकास के नए प्रतिमान गढ़े हैं। ऐसा दो कर्मयोगियों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कारण संभव हो सका है। यह दो कर्मयोगी हैं तो हर जगह हर-हर महादेव और गंगा मईया की जय का जयघोष सुनाई दे रहा है।

    उन्होंने श्रीकाशी नाट्टुकोट्टई नगर क्षेत्रम् प्रबंधन सोसाइटी की सराहना करते हुए कहा कि यह जहां होते हैं, वहां प्रगति होती है। उप राष्ट्रपति ने लोकार्पण समारोह के बाद श्रीकाशी विश्वनाथ और मां अन्नपूर्णा का दर्शन पूजन किया।

    उन्होंने मंदिर परिसर में देवी अन्नपूर्णा की मूर्ति की वापसी की सराहना की। एक सदी से भी पहले वाराणसी के मंदिर से चुराई गई यह मूर्ति प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों के कारण कनाडा से भारत वापस आई थी।

    कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज विश्व में निवेश का सबसे अच्छा केंद्र भारत है और देश में सबसे बेहतर उत्तर प्रदेश है। योगी ने उत्तर और दक्षिण के संगम का उल्लेख करते हुए कहा कि आज गंगा तट से लेकर कावेरी तक एक ही आत्मा है।

    भगवान श्रीराम ने रामेश्वर ज्योर्तिलिंग की स्थापना की तो आदि शंकराचार्य ने इस पवित्र संगम को आगे बढ़ाया। काशी में उन्हें आत्मज्ञान हुआ तो उन्होंने दुनिया को आत्मबोध दिया।