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    Varanasi News: पर्यटकों को 1200 रुपये में काशी दर्शन कराएंगी इलेक्ट्रिक एसी बसें, नवरात्र से चलाने की तैयारी

    Updated: Mon, 08 Sep 2025 10:30 AM (IST)

    वाराणसी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए काशी दर्शन बस सेवा शुरू की जाएगी। 1197 रुपये में पर्यटक काशी विश्वनाथ मंदिर समेत कई मंदिरों का भ्रमण कर सकेंगे। बसों में हिंदी और अंग्रेजी बोलने वाले गाइड होंगे जो काशी के इतिहास से परिचित कराएंगे। यह सेवा नवरात्र से शुरू होने की संभावना है जिसका उद्देश्य पर्यटकों को सही जानकारी प्रदान करना और मनमाने किराए से बचाना है।

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    पर्यटकों को 1,197 रुपये में काशी दर्शन कराएंगी इलेक्ट्रिक एसी बसें

    जेपी पांडेय, वाराणसी। धर्म व अध्यात्म की नगरी काशी में पर्यटन को बढ़ावा देने और उनकी सुविधाओं को लेकर काशी दर्शन बस सेवा नवरात्र से चलाई जाएंगी। पर्यटक 1197 रुपये में काशी दर्शन कर सकेंगे। तीन से पांच वर्ष के बच्चों का किराया 897 और विदेशी सैलानियों को ढाई हजार रुपये किराया देना पड़ेगा।

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    इसमें श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर, काल भैरव, संकट मोचन, दुर्गा मंदिर, तुलसी मानस मंदिर और सारनाथ का भ्रमण है। इसमें श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में सुगम दर्शन का टिकट भी शामिल है। बसों में हिंदी और अंग्रेजी बोलने वाले गाइड होंगे जो काशी के अध्यात्म और इतिहास से परिचित कराएंगे।

    सैलानी असि घाट का सुबह-ए-बनारस और शाम की गंगा आरती भी देख सकेंगे। पर्यटक सुबह कचौड़ी-सब्जी और जलेबी तो शाम को चाट आदि का आनंद ले सकेंगे। ये बसें सुबह और शाम चलेंगी।

    वाराणसी सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर और प्राइवेट एजेंसी टुअर असिस्टेंस इंडिया के डायरेक्टर सुनील शर्मा के बीच तीन सितंबर को एमओयू हो गया है। फिलहाल दो इलेक्ट्रिक बसें संचालित की जाएगी।

    काशी में रोज हजारों की संख्या में पर्यटक दर्शन-पूजन करने के साथ भ्रमण करने आते हैं। आने वाले पर्यटक मंदिर दर्शन कर लेते हैं लेकिन उनके इतिहास से परिचित नहीं हो पाते हैं। तथाकथित गाइड या अन्य लोग उन्हें गलत सूचना देते हैं जिससे काशी की छवि धूमिल होती है।

    इतना ही नहीं, कार और आटो चालक उनसे मनमाना किराया वसूलने के साथ भ्रमित करते हैं। जिला प्रशासन, कमिश्नरेट पुलिस और पर्यटन विभाग के पास आए दिन शिकायतें पहुंचती है लेकिन वे कुछ नहीं कर पाते हैं। क्योंकि शिकायतकर्ता दर्शन-पूजन करने के साथ चला जता है।

    अधिकारियों के बुलाने पर वे आने से मना कर देते हैं। इन तमाम समस्याओं से निजात दिलाने के लिए शासन ने काशी दर्शन बस चलाने का निर्णय लिया था जिस पर तीन सितंबर एमओयू होने के साथ मुहर लग गई। टुअर असिस्टेंस इंडिया के डायरेक्टर संयुक्त निदेशक पर्यटन से मिलकर योजना को धरातल पर लाने की तैयारी कर रहे हैं।

    एक नजर में योजना

    • कार्यदायी संस्था-टुअर असिस्टेंस इंडिया
    • सर्किट हाउस और अस्सी घाट से चलेंगी बसें
    • इलेक्ट्रिक एसी बस
    • हिंदी और अंग्रेजी बाेलने वाले गाइड
    • तीन वर्ष से कम निश्शुल्क
    • पांच वर्ष कम पर किराया- 897
    • किराया-1197 रुपये
    • विदेशी पर्यटक-2500

    सुबह की यात्रा

    भोर में चार बजे सर्किट हाउस से बस प्रारंभ होगी जो कैंटोमेंट, कैंट रोडवेज बस स्टैंड, मलदहिया, सिगरा, रथयात्रा, गुरुबाग और भेलूपुर। इसके बाद अस्सी घाट पर सुबह-ए-बनारस आरती में शामिल होंगे। मंदिर दर्शन और नौका विहार, सारनाथ भ्रमण कराने के बाद उन्हीं स्थान पर छोड़ दिया जाएगा।

    शाम की यात्रा

    अस्सी घाट से प्रारंभ होकर सोनारपुरा, भेलूपुर, रथयात्रा, सिगरा, मलदहिया, कैंट रोडवेज बस स्टैंड, कैंटोमेंट, सर्किट हाउस होते हुए सारनाथ तक। इसके अलावा ललिता घाट से अस्सी घाट तक नौका विहार, गंगा आरती आदि शामिल है।

    पर्यटकों की सुविधा को लेकर काशी दर्शन बस सेवा शुरू किया जा रहा है। पर्यटन मंत्रालय, उत्तर प्रदेश पर्यटन और स्मार्ट सिटी के काशी दर्शन वेबसाइट से काशी दर्शन बस का डिटेल अपलोड किया जाएगा जिससे देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को पूरी जानकारी हो सके। साथ ही विभिन्न एजेंसियों से इसका प्रचार-प्रसार कराया जाएगा।

    -दिनेश कुमार, संयुक्त निदेशक पर्यटन

    वाराणसी सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड से एमओयू होने के साथ नवरात्र में बसों का संचालन शुरू किया जाएगा। इससे पहले पर्यटकों की सुविधा को लेकर पर्यटन विभाग और गाइडों से संपर्क कर ठोस रणनीति बनाई जा रही है।

    -सुनील शर्मा, डायरेक्टर, टुअर असिस्टेंस इंडिया

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