Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वाराणसी में इन्वेस्टमेंट के नाम पर ठगी करने के आरोपी नास‍िक से हुए गिरफ्तार

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Wed, 19 Nov 2025 05:01 PM (IST)

    वाराणसी पुलिस ने इन्वेस्टमेंट के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले तीन आरोपियों को नासिक से गिरफ्तार किया है। ये आरोपी फर्जी कंपनी बनाकर लोगों को तीन गुना राशि का लालच देते थे। पूछताछ में उन्होंने 20 करोड़ से ज्यादा की ठगी करने की बात कबूली है। इन पर पहले से ही कई मुकदमे दर्ज हैं और 10 हजार का इनाम भी घोषित था।

    Hero Image

    साइबर सेल एवं सारनाथ पुलिस की टीम ने संयुक्त टीम बनाकर छापा मार दिया। 

    जागरण संवाददाता वाराणसी। इन्वेस्टमेंट के नाम पर लोगों के साथ लाखों की ठगी करने के तीन आरोपी को सारनाथ पुलिस ने ईडन अपार्टमेंट, थाना गंगापुर, नासिक (महाराष्ट्र) से गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से मोबाइल, एटीएम कार्ड, मोबाइल, फर्जी मुहर, चेक बुक, पास बुक, पैन कार्ड सहित अन्य चीजें बरामद किया। पुलिस ने पूछताछ के बाद तीनों को जेल भेज दिया। इस मामले में तीन आरोपी फरार हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सहायक पुलिस आयुक्त विदुष सक्सेना ने बताया कि सारनाथ के एक व्यक्ति ने इन्वेस्टमेंट के नाम पर सात लाख की ठगी करने के मामले में मुकदमा दर्ज करवाया। इस मामले को लेकर जांच शुरू की गई। सर्विलांस सेल से इनका लोकेशन गंगापुर, नासिक (महाराष्ट्र) मिला। साइबर सेल एवं सारनाथ पुलिस की टीम ने संयुक्त टीम बनाकर छापा मार दिया। इसके बाद तीनों को पकड़ लिया गया।

    पूछताछ में उन्होंने अपना नाम बरईपार, थाना बेलीपार, गोरखपुर निवासी राजेंद्र प्रसाद जायसवार (50), धनौती देवी (48), संगीता (30) बताया। इनका हालपता ईडन अपार्टमेंट, थाना गंगापुर, नासिक (महाराष्ट्र) है। इनके पास से तीन एटीएम कार्ड, एक लैपटॉप, तीन आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, दो चेक बुक, पांच मोबाइल, एक फर्जी मुहर, 10 पासबुक, एक चेक, एक मुहरयुक्त लेटर पैड स्टॉक ब्रोकर बरामद किया। पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया। एसीपी ने बताया कि इनके कागजात चेक करने पर मालूम चला कि इन्होंने लगभग 60 लाख रुपए की ठगी की है।

    फर्जी कंपनी बनाकर कराते थे इन्वेस्टमेंट

    इन्वेस्टमेंट के नाम पर लोगों से लाखों रुपए की ठगी करने के आरोपी फर्जी कंपनी बनाए थे। इसका मुखिया राजेंद्र प्रसाद जायसवाल था। उसने अपनी पत्नी धनौती देवी के नाम से डीडी फाइनेंस नाम से कंपनी बनाए थे। इसकी हैंडलिंग इनके पुत्र उपेंद्र, अनिल, संदीप करते थे। ठगी का पैसा उपेन्द्र की पत्नी संगीता के खाते में भी गया था।

    ये किसी अपार्टमेंट या होटल में इन्वेस्टमेंट फेयर का इंस्टॉल लगाते थे। लोगों को इन्‍वेस्टमेंट करने के लिए प्रेरित करते थे। ये सभी एक वर्ष में राशि तीन गुना करने का लालच देते थे। इसके बाद सारा पैसा लेकर भाग जाते थे। फिलहाल उपेंद्र, अनिल व संदीप फरार हैं। ये सभी के साथ इन्वेस्टमेंट के नाम पर ठगी करते थे। व्यापारियों के साथ इन्वेस्टमेंट के नाम पर लंबे राशि की ठगी कर लेते थे।

    20 करोड़ से ज्यादा की कर चुके हैं ठगी

    इन्वेस्टमेंट के नाम पर ठगी करने के मामले में तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। विदुष सक्सेना ने बताया कि जांच करने पर लगभग 60 लाख रुपए की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। लेकिन पूछताछ में इन्होंने बताया कि 20 करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी कर चुके हैं।

    10 हजार रुपए के हैं इनामिया

    सहायक पुलिस आयुक्त विदुष सक्सेना ने बताया कि इन्वेस्टमेंट ठगी करने के मामले में गिरफ्तार राजेंद्र प्रसाद जायसवार, धनौती देवी, संगीता सहित तीनों पुत्रों पर गोरखपुर के बेलीपार थाना में 10 से ज्यादा मुकदमा दर्ज है। ये लोग कभी पकड़ में नहीं आए थे। गोरखपुर के बेलीपार थाना से इन पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित था।